पहलगाम आतंकी हमले के शहीदों को दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि,कटनी कांग्रेस ने किया कैंडल मार्च और आतंकवाद के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन।
कटनी के मिशन चौक पर कैंडल मार्च निकालकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जताया विरोध, आतंकवाद मुर्दाबाद के लगाए नारे।
कटनी:
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस अमानवीय हमले में जान गंवाने वाले निर्दोष नागरिकों को श्रद्धांजलि देने और आतंकवाद के खिलाफ विरोध दर्ज कराने के उद्देश्य से कटनी जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा मिशन चौक पर एक भव्य कैंडल मार्च और श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जिलेभर से कांग्रेस कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए।
इस श्रद्धांजलि सभा का नेतृत्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष करण सिंह चौहान ने किया। उन्होंने इस मौके पर कहा कि यह हमला मानवता पर एक करारा प्रहार है, जो न केवल कश्मीर बल्कि पूरे भारत के लोगों के दिलों को घायल कर गया है। कांग्रेस पार्टी इस पीड़ादायक घड़ी में शोकाकुल परिवारों के साथ खड़ी है और आतंकवाद के खिलाफ पूरी मजबूती के साथ लड़ने का संकल्प दोहराती है।
करण सिंह चौहान ने कहा कि यह समय देशवासियों को एकजुट होकर आतंकवाद और हिंसा के विरुद्ध आवाज उठाने का है। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित लोगों ने "आतंकवाद मुर्दाबाद" के जोरदार नारे लगाकर आतंक के खिलाफ अपना गुस्सा और विरोध प्रकट किया।
इस अवसर पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, विभिन्न प्रकोष्ठों के अध्यक्ष और सामाजिक कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौजूद रहे। इनमें प्रदेश कांग्रेस के पूर्व महामंत्री कैश अहमद, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष आफताब अहमद, कार्यवाहक अध्यक्ष राजा जगवानी, शिक्षा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रामनरेश त्रिपाठी, पूर्व जिला अध्यक्ष विजय पटेल, अधिवक्ता संघ अध्यक्ष अमित शुक्ला, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष गुलाम जफर, सद्भावना प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष जॉर्ज डेविड, पूर्व मंडी सदस्य शिवकुमार यादव, पूर्व पार्षद संजय गोरा, देवीदिन गुप्ता, पेस इमाम साहब, नगीना मस्जिद से अब्दुल रहीम, कल्लू विश्वकर्मा, अजय गोटिया, नरेंद्र राय, अजय जैसवानी, अजमेर भाई, मेहफूज भाई, अकील सिद्दीकी, अरशद भाई, अहमद कुरेशी और विवेक बिरहा सहित अन्य गणमान्यजन शामिल थे।
सभा के दौरान मौन रखकर शहीदों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई और दीप जलाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस आयोजन का उद्देश्य केवल श्रद्धांजलि देना ही नहीं था, बल्कि यह एक सामाजिक संदेश था कि आतंकवाद किसी भी धर्म, जाति या समुदाय का प्रतिनिधित्व नहीं करता, बल्कि यह मानवता का दुश्मन है।
कार्यक्रम के अंत में कांग्रेस पदाधिकारियों ने आम जनता से अपील की कि वे एकजुट होकर नफरत और आतंक के खिलाफ आवाज उठाएं और शांति, सौहार्द व भाईचारे को मजबूत करें।