गर्मी में जलसंकट से राहत: विधायक संजय पाठक ने वितरित किए वाटर टैंकर।
विधायक निधि से 8 ग्राम पंचायतों को सौंपे गए टैंकर, धार्मिक व सामाजिक कार्यक्रमों में भी मिलेगा लाभ।
कटनी:
जैसे-जैसे गर्मी ने अपने तेवर दिखाने शुरू किए हैं, वैसे-वैसे जिले के ग्रामीण अंचलों में जलसंकट की स्थिति गंभीर होती जा रही है। जलस्रोतों का जलस्तर लगातार गिरता जा रहा है, हैंडपंप और कुएं सूखने की कगार पर हैं, और ग्रामीणों को पानी के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है। ऐसी विषम परिस्थिति में विजयराघवगढ़ विधायक संजय पाठक ने संवेदनशीलता का परिचय देते हुए अपने विधायक निधि से विधानसभा क्षेत्र की 8 ग्राम पंचायतों को राहत प्रदान की है।
विधायक संजय पाठक ने ग्राम पंचायत बड़ारी, मेहगांव, अमेहटा, कलहरा, कुठिया महगवां, बरन महगवां, इटौरा और हदरहटा को जल संकट से निपटने के लिए वाटर टैंकर प्रदान किए हैं। यह टैंकर संबंधित ग्रामों के सरपंचों को विधिवत रूप से सौंपे गए हैं। इन टैंकरों का उपयोग न केवल पेयजल आपूर्ति के लिए किया जाएगा, बल्कि धार्मिक आयोजनों, सामाजिक कार्यक्रमों और आपातकालीन परिस्थितियों जैसे आगजनी आदि में भी किया जा सकेगा। इस कदम से हजारों ग्रामीणों को राहत मिलेगी और उन्हें जलसंकट के कारण होने वाली परेशानियों से मुक्ति मिलेगी।
इस मौके पर विधायक संजय पाठक ने कहा कि जल संकट को केवल सरकारी योजनाओं पर निर्भर रहकर हल नहीं किया जा सकता, जनप्रतिनिधियों की भी यह नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि वे अपने स्तर पर संसाधनों का सही उपयोग कर जनता को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि विजयराघवगढ़ विधानसभा क्षेत्र काफी बड़ा है और कई गांव गर्मी के मौसम में पानी की गंभीर समस्या का सामना करते हैं। ऐसे में मेरी प्राथमिकता यही रहती है कि सभी जरूरतमंद ग्राम पंचायतों तक समय पर जल आपूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने आगे कहा कि यह केवल एक बार की पहल नहीं है, बल्कि विगत कई वर्षों से मैं लगातार प्रयासरत हूं कि प्रत्येक गर्मी में जरूरत के अनुसार ग्राम पंचायतों को वाटर टैंकर प्रदान किए जाएं। पिछले वर्षों में भी क्षेत्र के अनेक गांवों में टैंकर वितरित किए गए थे, जिनसे न केवल जल आपूर्ति की समस्या सुलझी, बल्कि पशुपालन और अन्य ग्रामीण कार्यों में भी सुविधा मिली। इस वर्ष भी जैसे ही जल संकट की आहट सुनाई दी, तत्काल विधायक निधि से 8 टैंकरों का प्रावधान कर जरूरतमंद गांवों को उपलब्ध कराया गया है।
उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में केवल मनुष्यों के लिए ही नहीं, बल्कि मवेशियों और सामुदायिक आयोजनों में भी पानी की भारी आवश्यकता होती है। गर्मियों में जब तालाब और जलस्रोत सूख जाते हैं, तब टैंकर ही एकमात्र सहारा बनते हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया कि इन टैंकरों का बहुउद्देश्यीय उपयोग सुनिश्चित किया जाए।
इस पहल पर स्थानीय ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने विधायक संजय पाठक के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे कार्यों से जनप्रतिनिधि और जनता के बीच विश्वास की भावना और मजबूत होती है। ग्राम पंचायतों के सरपंचों ने भी विधायक के प्रयासों की सराहना करते हुए बताया कि यह टैंकर न केवल गर्मी के इस मौसम में पेयजल आपूर्ति में मददगार होंगे, बल्कि भविष्य में भी गांव के विकास कार्यों में सहायक बनेंगे।
ग्राम पंचायत बड़ारी की सरपंच ने बताया कि गांव में प्रतिदिन पानी की मांग बढ़ती जा रही है और पुराने संसाधनों से इसकी पूर्ति संभव नहीं हो पा रही थी। विधायक द्वारा दिए गए टैंकर से अब नियमित जलापूर्ति संभव हो सकेगी। वहीं मेहगांव के ग्रामीणों ने कहा कि गर्मी में यह टैंकर किसी वरदान से कम नहीं है।
विधायक संजय पाठक ने यह भी कहा कि भविष्य में यदि और ग्राम पंचायतों को जल संकट की स्थिति में टैंकर की आवश्यकता महसूस होगी, तो प्रयास कर वहां भी यह सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। उनका लक्ष्य है कि किसी भी गांव को जल संकट का सामना न करना पड़े और प्रत्येक ग्रामीण को आवश्यकतानुसार स्वच्छ पेयजल मिल सके।
अंत में, यह कहा जा सकता है कि गर्मी के इस कठिन दौर में विधायक संजय पाठक की यह पहल न केवल एक प्रशासनिक कदम है, बल्कि एक जनप्रतिनिधि की संवेदनशीलता और उत्तरदायित्व का जीवंत उदाहरण भी है। यह कार्य अन्य जनप्रतिनिधियों के लिए भी प्रेरणास्रोत बन सकता है, जो जनकल्याण को प्राथमिकता देते हैं और विकास के साथ-साथ मानवीय संवेदनाओं को भी महत्व देते हैं।