रामायण छायांकन प्रतियोगिता में आयुषी और अनुष्ठा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
हिन्दू उत्सव समिति कटनी द्वारा सम्मानित, स्वर्णकार समाज में हर्ष।
कटनी,मध्यप्रदेश:
कटनी में आयोजित रामायण छायांकन प्रतियोगिता में वेलफेयर स्वजातीय स्वर्णकार समाज, जिला कटनी के अध्यक्ष मोहन लाल सोनी की पोतियां एवं राजेंद्र सोनी की पुत्रियां, कुमारी अनुष्ठा सोनी और आयुषी सोनी ने अपनी अद्भुत प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया। श्री हिन्दू उत्सव समिति कटनी के तत्वावधान में आयोजित इस प्रतियोगिता में शहरभर के कई प्रतिभाशाली कलाकारों ने हिस्सा लिया, लेकिन आयुषी और अनुष्ठा ने अपनी सजीव अभिव्यक्ति से निर्णायकों और दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
प्रतियोगिता में कुमारी आयुषी सोनी ने भगवान श्री राजाराम चंद्र जी की भूमिका निभाई, जबकि कुमारी अनुष्ठा सोनी ने माता सीता के किरदार को साकार किया। दोनों ने अपनी अद्वितीय अभिनय क्षमता और सशक्त संवाद अदायगी से रामायण के पौराणिक प्रसंगों को जीवंत कर दिया। उनकी प्रस्तुति में भावनाओं की गहराई, संवादों की उत्कृष्टता और भव्यता का अद्भुत समावेश देखा गया, जिसने दर्शकों को भावविभोर कर दिया।
इस शानदार उपलब्धि के लिए हिन्दू उत्सव समिति ने दोनों प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। कार्यक्रम में समिति के अध्यक्ष मथुरा प्रसाद सोनी, सचिव आशीष गुप्ता बाबा और आयोजनकर्ता महिला मंडल विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने आयुषी और अनुष्ठा की सराहना करते हुए उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दीं।
समारोह में बड़ी संख्या में स्वर्णकार समाज के वरिष्ठजन, गणमान्य नागरिक और कला प्रेमी उपस्थित रहे। सभी ने दोनों बाल कलाकारों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। समाज के प्रबुद्धजनों ने इस उपलब्धि को न केवल व्यक्तिगत बल्कि सामुदायिक गौरव का विषय बताया और दोनों बच्चियों के निरंतर प्रगति करने की शुभेच्छा व्यक्त की।
इस अवसर पर प्रतियोगिता के आयोजकों ने भी कहा कि ऐसे आयोजन बच्चों की प्रतिभा को निखारने और भारतीय संस्कृति से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में इस प्रकार की प्रतियोगिताओं का आयोजन और भी व्यापक स्तर पर किया जाएगा, जिससे बच्चों को अपनी कला का प्रदर्शन करने के और अधिक अवसर प्राप्त हो सकें।
आयुषी और अनुष्ठा की इस उपलब्धि पर उनके परिवारजनों ने भी हर्ष व्यक्त किया। परिजनों ने कहा कि यह सफलता उनके अथक परिश्रम और समर्पण का परिणाम है। उन्होंने हिन्दू उत्सव समिति और प्रतियोगिता के आयोजकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे मंचों से बच्चों को अपनी प्रतिभा को संवारने का अवसर मिलता है, जिससे वे आगे चलकर समाज और देश का नाम रोशन कर सकें।
यह प्रतियोगिता कटनी में धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व की दृष्टि से एक विशेष स्थान रखती है, और इस प्रकार के आयोजनों से न केवल बच्चों की कलात्मक अभिव्यक्ति को बढ़ावा मिलता है, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपराओं की गहरी समझ भी विकसित होती है।