गांधीग्राम राम जानकी मंदिर में भव्य महाआरती, श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़।
अष्टधातु की श्री राम-जानकी और संगमरमर की मां दुर्गा प्रतिमा के समक्ष 108 दीपों से हुई महाआरती, भक्तों ने भक्ति भाव में डूबकर की पूजा।
सिहोरा:
गांधीग्राम बाजार स्थल में स्थित श्री राम जानकी मंदिर में शनिवार को धार्मिक आस्था और भक्ति भाव से परिपूर्ण भव्य महाआरती का आयोजन किया गया। इस अवसर पर ग्रामवासियों सहित आसपास के गांवों से भारी संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंचे और भक्तिभाव में लीन होकर महाआरती में भाग लिया।
राम जानकी मंदिर में स्थापित अष्टधातु से निर्मित भगवान श्री राम और माता जानकी की भव्य प्रतिमा के साथ ही संगमरमर की दिव्य चतुर्भुजी मां दुर्गा प्रतिमा के समक्ष 108 दीपों की ज्योति के साथ महाआरती सम्पन्न हुई। भक्ति से सराबोर इस आयोजन में वातावरण संगीतमय आरती और मंत्रोच्चारण से गुंजायमान रहा।
महाआरती का शुभारंभ मंदिर के पुजारी पंडित पुनीत तिवारी, जानकी मंदिर समिति के अध्यक्ष प्रताप सिंह बघेल और भजन गायक चमनलाल असाटी की मधुर वाणी से हुआ। श्रद्धालुओं ने दीप कलशों के साथ कतारबद्ध होकर माता रानी की आरती की और पूजा अर्चना की।
गांधीग्राम के विभिन्न मोहल्लों सहित आसपास के गांवों से श्रद्धालुजन पारंपरिक वेशभूषा में मंदिर पहुंचे। मातारानी की आरती के समय श्रद्धालुओं ने संगीतमय भजनों के माध्यम से वातावरण को भक्तिरस में डुबो दिया। विशेष रूप से महिलाओं और युवाओं ने पूरे आयोजन में बढ़-चढ़कर भाग लिया।
इस धार्मिक आयोजन में पुष्पराज सिंह बघेल, भागचंद साहू, राजू विश्वकर्मा, विजय पंडा, मंहगू चौरसिया सहित दर्जनों श्रद्धालु आरती आयोजन में सम्मिलित हुए। श्रद्धालुओं की भारी उपस्थिति के कारण मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्र में उल्लास और आस्था का अद्भुत समागम देखने को मिला।
आरती के दौरान मंदिर परिसर में दीपों की रौशनी से मनोहारी दृश्य उपस्थित हुआ, जिसने श्रद्धालुओं के मन को भक्ति की गहराइयों में डुबो दिया। भक्तों ने मां दुर्गा और भगवान श्री राम-जानकी के चरणों में पुष्पांजलि अर्पित कर आरोग्यता, सुख-समृद्धि की कामना की।
समारोह में प्रमुख रूप से जानकी मंदिर समिति के अध्यक्ष प्रताप सिंह बघेल, पुष्पराज सिंह बघेल, ललितेश सिंह, महेश सेन, रेवाशंकर असाटी, सुरेश असाटी, चमन असाटी, विजय चौरसिया, भागचंद साहू, उमेश असाटी, हरिशंकर तिवारी, गोरीशंकर, मंहगू चौरसिया, अजय गौतम, बंटू मिश्रा, मनोहर तिवारी सहित अन्य पदाधिकारी एवं भक्तजन उपस्थित रहे।
महाआरती के समापन के पश्चात प्रसाद वितरण किया गया, जिसमें सभी श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण कर पुण्य लाभ प्राप्त किया। मंदिर समिति द्वारा सभी आगंतुकों के लिए सुव्यवस्थित व्यवस्था की गई थी, जिसमें साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था और दर्शन की सुविधा शामिल रही।
यह आयोजन ग्रामवासियों की सामूहिक आस्था और सेवा भावना का प्रतीक बन गया, जिसमें भक्ति, उत्साह और समर्पण भाव के साथ सभी ने भागीदारी निभाई। राम जानकी मंदिर की यह महाआरती श्रद्धालुओं के लिए एक अविस्मरणीय धार्मिक अनुभव साबित हुई।