ज्वाइंट डायरेक्टर ने किया औचक निरीक्षण, छात्रों से संवाद, शिक्षकों को दिए निर्देश।
शासकीय यशोदा बाई कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खितौला बाजार में शिक्षा व्यवस्था का लिया जायजा
सिहोरा:
बुधवार को संभागीय कार्यालय से ज्वाइंट डायरेक्टर प्राचीश जैन ने शासकीय यशोदा बाई कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खितौला बाजार का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने विद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता, शिक्षकों के शिक्षण तरीकों और छात्रों की शैक्षिक स्थिति का बारीकी से मूल्यांकन किया।
उन्होंने सभी कक्षाओं में जाकर छात्रों से संवाद किया और उनकी समझ तथा सीखने की प्रक्रिया को परखा। शिक्षकों द्वारा उपयोग किए जा रहे शैक्षणिक टूल्स और अध्यापन तकनीकों को देखकर वे संतुष्ट नजर आए और विद्यालय के परीक्षा परिणामों को देखकर उन्होंने खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि अच्छी शिक्षा व्यवस्था के लिए कक्षाओं में रोचक और प्रभावी शिक्षण तकनीकों का समावेश आवश्यक है।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने शिक्षकों को निर्देश दिए कि विद्यालय में कोई भी पीरियड खाली न रहे और प्रत्येक विषय के लिए प्रभावी शिक्षण विधियों का प्रयोग किया जाए। उन्होंने विद्यालय प्रबंधन से कहा कि यदि किसी भी संसाधन की आवश्यकता हो, तो उसकी जानकारी दी जाए ताकि उचित कार्रवाई की जा सके। उन्होंने विद्यालय भवन की स्थिति को भी देखा और इसे और अधिक सुव्यवस्थित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने की बात कही।
निरीक्षण के बाद ज्वाइंट डायरेक्टर प्राचीश जैन और आर एस ठाकुर ने विद्यालय के प्राचार्य जे एल खांडे, प्राचार्य बी एस परस्ते (कन्या शाला सिहोरा) और सभी शिक्षकों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में उन्होंने शिक्षा के स्तर को और अधिक ऊंचा उठाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने शिक्षकों से छात्रों के सीखने के अनुभव को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए सुझाव मांगे और शिक्षा को रोचक बनाने के लिए नवीन शिक्षण तकनीकों को अपनाने की सलाह दी।
उन्होंने कहा कि शिक्षक ही विद्यार्थियों के भविष्य निर्माण की नींव रखते हैं, इसलिए उनकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि विद्यालय में नियमित मूल्यांकन प्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाया जाए ताकि छात्रों की प्रगति का सही आकलन किया जा सके।
इस महत्वपूर्ण बैठक में जन शिक्षा केंद्र से प्राचार्य जे एल खांडे, प्रभारी बीआरसी बृजेश श्रीवास्तव, बी ए सी अश्वनी उपाध्याय, राकेश मिश्रा, जयप्रकाश तिवारी, एन के पटेल, अरविंद तिवारी, अक्षय चौदहा, बलराम बर्मन, संतोषी कोरी, दीप्ति सिंह राजपूत, रोशनी चौरसिया, रंजना चौरसिया, माधुरी उरमलिया, निधि तिवारी, अंजना खरे, रानू पटेल, शोभना राजपूत, धनवंती जैसवानी, सरोज पटेल, मंजू दुबे, माया विश्वकर्मा, प्रियंका नायक, प्रीति श्रीवास्तव, योगेंद्र मिश्रा, जनशिक्षक श्यामराव मांडेलकर सहित अन्य शिक्षक उपस्थित रहे।
बैठक में शिक्षकों ने विद्यालय की विभिन्न आवश्यकताओं और चुनौतियों पर चर्चा की और उनके समाधान के लिए सुझाव दिए। ज्वाइंट डायरेक्टर ने इन सुझावों को गंभीरता से लिया और कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता को और अधिक सशक्त बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।
उन्होंने विद्यालय के वातावरण को और अधिक प्रेरणादायक और शिक्षकों के लिए सुविधाजनक बनाने की बात कही। उन्होंने छात्रों के समग्र विकास पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षकों को विद्यार्थियों के बौद्धिक, नैतिक और सामाजिक विकास पर भी ध्यान देना चाहिए।
इस औचक निरीक्षण और बैठक के बाद शिक्षकों और छात्रों में एक नई ऊर्जा देखने को मिली। ज्वाइंट डायरेक्टर के सकारात्मक दृष्टिकोण और शिक्षकों के प्रति उनके प्रेरणादायक शब्दों ने विद्यालय में शिक्षा की गुणवत्ता को और अधिक बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया।