जनप्रतिनिधि बना मसीहा: घायल को निजी वाहन से पहुंचाया अस्पताल।

 जनप्रतिनिधि बना मसीहा: घायल को निजी वाहन से पहुंचाया अस्पताल।

विदिशा जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि कैलाश रघुवंशी ने दिखाई मानवीयता, सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को तत्काल अस्पताल पहुंचाया।

विदिशा:

सोमवार की दोपहर ग्यारसपुर मार्ग पर उस समय एक संवेदनशील दृश्य देखने को मिला जब गौरिया ग्राम निवासी विमल सहरिया, पुत्र उद्यम सिंह सहरिया, एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद मौके पर कुछ स्थानीय लोग मौजूद थे, जो मदद करने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन एम्बुलेंस की उपलब्धता न होने के कारण घायल को तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं हो पा रही थी। ऐसे समय में हर पल कीमती होता है, और देरी जानलेवा भी हो सकती है।

घटना के कुछ समय बाद अटारीखेजड़ा से मानौरा की ओर जा रहे विदिशा जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि कैलाश रघुवंशी दुर्घटनास्थल के पास से गुजरे। उन्होंने सड़क पर भीड़ और स्थिति को देख तुरंत अपना वाहन रुकवाया और घटनास्थल पर पहुँचकर स्थिति का जायजा लिया। बिना किसी औपचारिकता की प्रतीक्षा किए, उन्होंने मानवीयता का परिचय देते हुए घायल विमल सहरिया को अपने निजी वाहन में बिठाया और तुरंत ग्यारसपुर अस्पताल की ओर रवाना हो गए।

ग्यारसपुर अस्पताल पहुंचते ही उन्होंने डॉक्टरों से विमल सहरिया का तुरंत इलाज शुरू करने का आग्रह किया। मरीज की हालत को देखते हुए उन्होंने उसे बेहतर इलाज के लिए विदिशा रेफर करवाया। इस दौरान रघुवंशी स्वयं पूरी स्थिति पर नजर बनाए रहे और यह सुनिश्चित किया कि घायल व्यक्ति को पूरी तरह सुरक्षित और त्वरित उपचार मिल सके।

श्री रघुवंशी के इस कृत्य की जितनी प्रशंसा की जाए, कम है। जहां एक ओर यह घटना जनप्रतिनिधियों की मानवीय संवेदनशीलता का परिचायक है, वहीं यह समाज के लिए एक प्रेरणास्पद उदाहरण भी बनकर उभरी है। आमजन को यह भरोसा मिला है कि उनके चुने हुए प्रतिनिधि केवल चुनाव के समय नहीं, बल्कि संकट की घड़ी में भी उनके साथ खड़े होते हैं।

स्थानीय ग्रामीणों और सामाजिक संगठनों ने रघुवंशी के इस कार्य की खुले दिल से सराहना की है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि हर जनप्रतिनिधि इस प्रकार संवेदनशीलता दिखाए, तो समाज में भरोसे की एक नई लहर पैदा हो सकती है।

इस अवसर पर श्री रघुवंशी ने विमल सहरिया के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हुए सभी नागरिकों से अपील की कि सड़क पर वाहन चलाते समय पूरी सावधानी बरतें और यातायात नियमों का पालन करें। उन्होंने यह भी कहा कि छोटी सी असावधानी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है, इसलिए सतर्क रहना ही सबसे बड़ी जिम्मेदारी है।

यह घटना न केवल एक घायल व्यक्ति की मदद की मिसाल है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि जब जिम्मेदार लोग सही समय पर सही निर्णय लेते हैं, तो एक जीवन बचाया जा सकता है। समाज को इस प्रकार के उदाहरणों की आवश्यकता है जो संवेदनशीलता, तत्परता और सेवा भावना का संदेश दें।


ग्रामीण खबर एमपी विशेष संवाददाता: हाकम सिंह रघुवंशी की रिपोर्ट ।

Post a Comment

Previous Post Next Post