वृंदावन ग्राम योजना क्रियान्वयन संबंधी बैठक, विदिशा जिले में 07 ग्राम किए गए हैं चिन्हित।
कलेक्टर ने योजना के क्रियान्वयन के लिए अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए।
विदिशा:
कलेक्टर अंशुल गुप्ता ने आज अपने चेंबर में वृंदावन ग्राम योजना क्रियान्वयन के संबंध में बैठक आयोजित कर दिशा निर्देश दिए हैं। उन्होंने जिले में चिह्नित किए गए 07 वृंदावन ग्रामों में कृषि, पशुपालन एवं डेयरी, उद्यानिकी, कुटीर एवं ग्रामोद्योग और विद्युत विभाग सहित अन्य विभागों द्वारा क्रियान्वित योजनाओं के संचालन तथा कृषकों को दिए जाने वाले प्रशिक्षण, स्व सहायता समूह के गठन, पशुपालन, जैविक कृषि, दुग्ध उत्पादन इत्यादि के संबंध में मार्गदर्शन प्रदान किया है।
बैठक में बताया गया कि जिले के सभी सातों विकास खंडों के एक-एक ग्राम को वृंदावन ग्राम चिन्हित किया गया है जिनमें विदिशा विकासखंड में अहमदपुर, नटेरन में बिछिया, सिरोंज में अमीरगढ़, ग्यारसपुर में गुलरखेड़ी, लटेरी में मुरारिया, कुरवाई में मॉडल ग्राम बरखेड़ा लायरा और बासौदा में ग्राम गमाखर को वृंदावन ग्राम में सम्मिलित किया गया है।
कलेक्टर श्री गुप्ता ने कहा कि वृंदावन ग्राम योजना का जिले में सुव्यवस्थित रूप से क्रियान्वयन हो, इसके लिए चिन्हित किए गए सभी 07 ग्रामों के सचिव और सरपंचों की बैठक आयोजित करें और 15 दिवस की समयावधि में सभी चिन्हित किए गए ग्रामों में संबंधित विभाग भ्रमण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने आजीविका मिशन के अधिकारी को निर्देश दिये हैं कि इन ग्रामों में स्व सहायता समूह का गठन किया जाए। और नावार्ड की योजनाओं को भी शामिल करें। दुग्ध उत्पादन क्षेत्र में बढ़ावा देने के उद्देश्य से पशुपालन एवं डेयरी विभाग हितग्राहियों को योजनाओं का लाभ दिलाएं। किसानों के जॉब कार्ड, किसान कर दो भाई तक रखिए महिलाओं के क्रेडिट कार्ड बनवाएं। साथ ही साथ उन्होंने पशुपालन एवं डेयरी विभाग, उद्यानिकी और कृषि विभाग के अधिकारियों को आपसी समन्वय से कार्य करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री सोलर पंप योजना में प्रत्येक किसान को लाभ दिलाए जाना सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने कहा कि सभी ग्रामों में सोलर पंप योजना से हितग्राही लाभान्वित हो, इसके लिए स्व सहायता समूह की महिलाओं को भी प्रेरित किया जाए।