मुख्यमंत्री ने सिंगल क्लिक से लाडली बहनों के खातों में राशि जमा की।
विदिशा जिले की 2 लाख 76 हजार 690 बहनों के खातों में 34.58 करोड़ रुपये जारी।
विदिशा:
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश की 1.27 करोड़ लाडली बहनों के बैंक खातों में 1552.73 करोड़ रुपये की राशि सिंगल क्लिक के माध्यम से जारी की। इस मौके पर विदिशा जिले की 2 लाख 76 हजार 690 लाडली बहनों को 34 करोड़ 58 लाख 62 हजार 500 रुपये उनके बैंक खातों में स्थानांतरित किए गए।
भोपाल में आयोजित प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम का सीधा प्रसारण विदिशा नगरपालिका के सभागार में किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष गीता रघुवंशी ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा प्रदेश की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि लाडली बहनों को मिली यह आर्थिक सहायता उनके स्व-रोजगार और आत्मनिर्भरता के मार्ग को और अधिक सशक्त करेगी।
जिला पंचायत अध्यक्ष गीता रघुवंशी ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा दी गई इस आर्थिक सहायता का उपयोग महिलाएं स्व-रोजगार, शिक्षा, व्यवसाय और परिवार के उत्थान के लिए करें, ताकि विदिशा जिले की महिलाएं अपनी अलग पहचान बना सकें। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर यह योजना महिलाओं के लिए एक बड़ी सौगात है और सरकार का यह प्रयास सराहनीय है।
इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी भरत सिंह राजपूत ने कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि लाडली बहनों को सशक्त करने के उद्देश्य से इस योजना का लाभ प्रत्येक पात्र बहन को दिया जा रहा है।
कार्यक्रम के दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष गीता रघुवंशी द्वारा पात्र बहनों को स्वीकृति पत्रों का वितरण भी किया गया। उन्होंने कहा कि लाडली बहनों को यह सहायता राशि उनके जीवन में आत्मनिर्भरता और आर्थिक सशक्तिकरण का मार्ग प्रशस्त करेगी।
कार्यक्रम के अंत में महिलाओं ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस योजना से उनके जीवन में आर्थिक मजबूती और स्व-रोजगार के अवसर बढ़े हैं। कार्यक्रम में विदिशा नगरपालिका, महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित रहीं।