विधायक संजय पाठक ने विजयराघवगढ़ क्षेत्र के स्कूलों को हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी में अपग्रेड करने की रखी मांग।
विधानसभा में उठी विजयराघवगढ़ विधानसभा के स्कूलों के उन्नयन की मांग।
कटनी:
विधानसभा सत्र के दौरान विजयराघवगढ़ विधायक संजय पाठक ने क्षेत्र के ग्रामीण स्कूलों के उन्नयन की मांग पुरजोर तरीके से उठाई। उन्होंने विधानसभा में कैमोर, गुड़ेहा, डोकरिया सहित अन्य ग्रामों के स्कूलों को हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी स्तर तक शीघ्र उन्नयन करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
उन्होंने अपनी याचिका में कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा का स्तर सुधारना आवश्यक है, क्योंकि यह सामाजिक और आर्थिक विकास का एक महत्वपूर्ण आधार है। शिक्षा केवल ज्ञान अर्जन का माध्यम नहीं, बल्कि यह सामाजिक परिवर्तन और स्थायी विकास की नींव रखती है। आज भी कई गांवों के बच्चों को आगे की पढ़ाई के लिए दूसरे गांवों या कस्बों में जाना पड़ता है, जिससे उन्हें लंबी दूरी तय करनी पड़ती है और आर्थिक व मानसिक दबाव का सामना करना पड़ता है।
विधायक संजय पाठक ने सरकार से आग्रह किया कि इन सभी स्कूलों को जल्द से जल्द हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी विद्यालयों में परिवर्तित किया जाए, ताकि इसी शैक्षिक सत्र से विद्यार्थियों को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि यदि स्कूलों का उन्नयन किया जाता है तो न केवल बच्चों की शिक्षा सुलभ होगी, बल्कि क्षेत्र में साक्षरता दर भी बढ़ेगी और युवाओं को बेहतर भविष्य मिलेगा।
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा सुधार के लिए कई योजनाएं चला रही है, लेकिन जब तक आधारभूत सुविधाओं का विस्तार नहीं होगा, तब तक इन योजनाओं का पूर्ण लाभ विद्यार्थियों को नहीं मिल सकेगा। इसलिए, क्षेत्र के स्कूलों को उच्च स्तर पर उन्नत करना आवश्यक है ताकि विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके और वे प्रतियोगी परीक्षाओं तथा आगे की पढ़ाई के लिए बेहतर रूप से तैयार हो सकें।
इसके अलावा, उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि यदि स्कूलों में उच्च शिक्षा की सुविधा उपलब्ध होगी तो बालिका शिक्षा को भी बढ़ावा मिलेगा। कई अभिभावक दूरस्थ विद्यालयों में अपनी बेटियों को भेजने से हिचकिचाते हैं, जिससे लड़कियों की शिक्षा प्रभावित होती है। हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी स्तर के स्कूलों की उपलब्धता से बालिकाओं की शिक्षा में भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
उन्होंने सरकार से अनुरोध किया कि शिक्षा विभाग इस विषय पर शीघ्र निर्णय ले और क्षेत्र के स्कूलों को हाईस्कूल व हायर सेकेंडरी स्तर तक उन्नत करने की दिशा में आवश्यक कदम उठाए। यह कदम न केवल क्षेत्र के शैक्षिक परिदृश्य को बदलने में मदद करेगा बल्कि ग्रामीण बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के निर्माण में भी सहायक सिद्ध होगा।
संजय पाठक ने अपने संबोधन में स्पष्ट किया कि शिक्षा केवल एक सुविधा नहीं, बल्कि एक अधिकार है, जिसे हर विद्यार्थी तक पहुंचाना सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सरकार उनकी इस मांग को गंभीरता से लेकर जल्द से जल्द निर्णय करेगी, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को बेहतर शिक्षा का अवसर मिल सके और वे समाज में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकें।