वेलफेयर स्वर्णकार समाज का होली मिलन समारोह हर्षोल्लास के साथ हुआ संपन्न।
समाज की एकजुटता, संस्कृति और परंपरा का भव्य संगम।
कटनी:
वेलफेयर स्वजातीय स्वर्णकार समाज जिला कटनी द्वारा भव्य होली मिलन समारोह का आयोजन मझगवां से बिजौरी रोड स्थित सुरेश सोनी के फार्म हाउस में किया गया। यह आयोजन समाज की एकता, परंपरा और संस्कृति को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से किया गया, जिसमें समाज के वरिष्ठ जन, युवा वर्ग और महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
भगवान अजमीढ़ देव एवं श्री राम दरबार की पूजा से हुआ शुभारंभ:
समारोह का शुभारंभ विधिवत रूप से भगवान श्री रामदरबार एवं स्वर्णकार समाज के इष्ट देव श्री अजमीढ़ देव के तैल चित्र पर पुष्प माला अर्पित कर, दीप प्रज्वलित कर एवं तिलक लगाकर किया गया। इस अवसर पर समाज के वरिष्ठ सदस्यों ने सामूहिक रूप से पूजन कर समाज की समृद्धि, शांति और एकता के लिए प्रार्थना की।
भजन-कीर्तन और फाग गीतों से गूंजा समारोह स्थल:
पूजन के उपरांत भजन-कीर्तन एवं फाग गीतों का आयोजन किया गया। भजन संध्या में समाज की महिलाओं ने विशेष रूप से भाग लिया और भजनों के माध्यम से वातावरण को भक्तिमय बना दिया। वहीं, फाग गीतों की रंगारंग प्रस्तुतियों ने समारोह में होली की उमंग को दोगुना कर दिया। समाज के लोगों ने एक-दूसरे को गुलाल लगाकर और गले मिलकर होली की बधाइयाँ दीं।
वरिष्ठ नागरिकों और महिलाओं का सम्मान:
समाज में वर्षों से योगदान देने वाले वरिष्ठ नागरिकों और महिलाओं का विशेष रूप से सम्मान किया गया। सभी वरिष्ठजन और वरिष्ठ महिलाओं को माला एवं गमछा पहनाकर आदर व्यक्त किया गया। समाज के प्रति उनकी निष्ठा और योगदान को सराहा गया।
युवा मंडल के नवनियुक्त पदाधिकारियों का शपथ ग्रहण समारोह:
इस अवसर पर स्वर्णकार समाज युवा मंडल की जिला इकाई के नवनियुक्त पदाधिकारियों का शपथ ग्रहण समारोह भी आयोजित किया गया। नव नियुक्त पदाधिकारियों को समाज के प्रति कर्तव्यनिष्ठ रहने की शपथ दिलाई गई। इसके पश्चात, युवा पदाधिकारियों का माला एवं गमछा पहनाकर स्वागत एवं सम्मान किया गया।
आमसभा में संगठन और सदस्यता पर हुई चर्चा:
कार्यक्रम के दौरान आमसभा का आयोजन किया गया, जिसमें समाज के संगठन और सदस्यता संबंधी विषयों पर चर्चा हुई। जिलाध्यक्ष मोहन लाल सोनी ने अपने उद्बोधन में सभी समाजबंधुओं को होली पर्व की शुभकामनाएँ दीं और समाज के वित्तीय स्थिति, आय-व्यय का ब्यौरा प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि पूर्व में नियुक्त सक्रिय सदस्यों की सदस्यता समाप्त हो चुकी है और नई सदस्यता प्रक्रिया प्रारंभ की जा रही है।
नई सदस्यता के लिए आजीवन सदस्यता शुल्क 500 रुपये एवं संरक्षण सदस्यता हेतु 1000 रुपये निर्धारित किया गया है। उन्होंने समाज के सभी सदस्यों से अपील की कि वे सदस्यता शुल्क जमा कराकर समाज की गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करें।
वरिष्ठ संरक्षक सुरेश सोनी का प्रेरणादायक उद्बोधन:
वरिष्ठ संरक्षक सुरेश सोनी ने सभा को संबोधित करते हुए समाज की एकता, प्रगति और भविष्य की दिशा पर प्रकाश डाला। उन्होंने समाज के युवा वर्ग को संगठित होकर कार्य करने की प्रेरणा दी और समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारी को रेखांकित किया।
सुरुचि भोज और विदाई समारोह:
कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थितजनों के लिए सुरुचि भोज का आयोजन किया गया। इस अवसर पर समाज के सदस्य परस्पर सौहार्दपूर्ण वातावरण में बैठकर भोजन ग्रहण कर एकता और प्रेम का परिचय दिया। इसके पश्चात कार्यक्रम का विधिवत समापन किया गया।
विशिष्ट अतिथियों एवं समाजबंधुओं की गरिमामयी उपस्थिति:
इस अवसर पर समाज के अनेक गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से जिलाध्यक्ष मोहन लाल सोनी, वरिष्ठ संरक्षक सुरेश सोनी, मथुरा प्रसाद सोनी, उपाध्यक्ष भगवानदास सोनी, कोषाध्यक्ष रम्मू सोनी, नारायण सोनी, कुंअर लाल सोनी, डॉ. राजेश सोनी, मिडिया प्रभारी अज्जू सोनी,भरत लाल सोनी, शंकर लाल सोनी, युवा मंडल जिलाध्यक्ष मिथलेश सोनी, सुशील सोनी, सूर्यकान्त सोनी, राजेश सोनी, सुशील सोनी, संदीप सोनी, मोहित सोनी, जागेश्वर सोनी, प्रभुदयाल सोनी, बद्री सोनी, राजकुमार सोनी, काशी प्रसाद सोनी, उमाशंकर सोनी, जेवेन्द्र सोनी, अभिषेक सोनी, कृष्ण कुमार सोनी, गोलू सोनी, अमृत लाल सोनी, लल्लू सोनी, राजेंद्र सोनी, श्रवण सोनी आदि शामिल रहे।
महिलाओं में महिला अध्यक्ष सारिका सोनी, ऊषा किरण सोनी, सावित्री सोनी, विद्या सोनी, राधा सोनी, पुष्पलता सोनी, प्रेमलता सोनी, उमा सोनी, प्रीति सोनी, गीतांजलि सोनी, ज्योतिषना सोनी, सविता सोनी, सुशीला सोनी, अनीता सोनी, ज्योति सोनी, तनुजा सोनी, लक्ष्मी सोनी, अंजू सोनी, काजल सोनी, श्रुति सोनी सहित सैकड़ों समाजबंधुओं ने गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई।
समाज की एकता और समृद्धि का परिचायक बना आयोजन:
यह होली मिलन समारोह समाज के आपसी सौहार्द और एकजुटता का प्रतीक बना। समाज के सभी सदस्यों ने इस कार्यक्रम की सराहना की और भविष्य में इसी प्रकार के आयोजनों के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। समारोह के माध्यम से समाज के नवयुवकों को प्रेरणा मिली कि वे अपनी सांस्कृतिक धरोहर को सहेजते हुए समाज की उन्नति के लिए कार्य करें।