अस्पताल में गर्भवती महिला से दुर्व्यवहार: डॉक्टर के अमानवीय व्यवहार पर रोष।
बरही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में महिला चिकित्सक की बदसलूकी का मामला गरमाया।
कटनी जिले के बरही अस्पताल में गर्भवती महिला को मिली गालियाँ, जांच से भी किया इनकार।
बरही, कटनी:
कटनी जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, बरही में एक गर्भवती महिला के साथ हुए दुर्व्यवहार का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। अस्पताल में पदस्थ महिला चिकित्सक डॉ. भारती सिंह पर गंभीर आरोप लगे हैं कि उन्होंने प्रसव के अंतिम चरण में पहुँची महिला को न केवल गालियाँ दीं, बल्कि जाँच करने से भी इनकार कर दिया।
गर्भवती महिला के साथ डॉक्टर का अमानवीय व्यवहार:
ग्राम नगर बरही, तहसील बरही निवासी पूनम शर्मा अपने पति आशुतोष शर्मा के साथ शुक्रवार सुबह 11 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुँचीं। गर्भावस्था के अंतिम चरण में होने के कारण उन्होंने महिला चिकित्सक डॉ. भारती सिंह से अपनी आवश्यक जाँच करने का अनुरोध किया। लेकिन डॉक्टर का रवैया बेहद आपत्तिजनक रहा।
पीड़िता के अनुसार, जैसे ही उन्होंने डॉक्टर से जाँच करने की बात कही, वे भड़क उठीं और बेहद अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने लगीं। डॉक्टर ने गुस्से में कहा:ये साली कुतिया जब चाहे अस्पताल चली आती है, कुतिया जैसी भाग रही है। डॉक्टर क्या इसके गुलाम हैं, जब यह चाहे, हम जाँच करें?
जब पूनम शर्मा ने समझाने की कोशिश की कि वह एक महीने के बाद जाँच कराने आई हैं, तो डॉक्टर और ज्यादा आक्रोशित हो गईं। उन्होंने अपमानजनक भाषा का प्रयोग करते हुए कहा:
साली कुतिया, हरामजादी, यहाँ से जाती है कि नहीं? नहीं तो चप्पल मारकर भगा दूँगी!
अस्पताल में मरीजों से अमानवीय व्यवहार, पीड़िता ने लगाई न्याय की गुहार:
इस पूरे घटनाक्रम से पूनम शर्मा और उनके पति आशुतोष शर्मा बेहद आहत हैं। डॉक्टर के दुर्व्यवहार के कारण पूनम मानसिक रूप से काफी तनाव में आ गईं। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन से माँग की है कि डॉ. भारती सिंह के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की चुप्पी पर उठ रहे सवाल:
यह कोई पहला मामला नहीं है जब अस्पतालों में मरीजों के साथ दुर्व्यवहार की घटनाएँ सामने आई हैं। खासकर सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा मरीजों से दुर्व्यवहार की घटनाएँ लगातार बढ़ रही हैं।
सरकार एक तरफ स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के दावे करती है, वहीं दूसरी तरफ अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं तक को अपमानजनक व्यवहार झेलना पड़ रहा है। यह मामला केवल एक महिला का नहीं, बल्कि पूरे स्वास्थ्य तंत्र पर सवाल खड़ा करता है।
क्या होगी डॉक्टर पर कार्रवाई? प्रशासन की अगली रणनीति पर नजर:
अब सवाल यह उठता है कि क्या स्वास्थ्य विभाग इस गंभीर मामले पर कोई ठोस कदम उठाएगा? क्या डॉ. भारती सिंह को उनके अमानवीय व्यवहार के लिए दंडित किया जाएगा?
पीड़िता पूनम शर्मा ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, कलेक्टर कटनी और मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शासन डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखकर अपनी शिकायत दर्ज कराई है।
क्या यह मामला भी अन्य शिकायतों की तरह फाइलों में दबकर रह जाएगा?
यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है और क्या पीड़िता को न्याय मिल पाएगा या फिर यह मामला भी अन्य शिकायतों की तरह फाइलों में दबकर रह जाएगा।