यज्ञोपवीत संस्कार हेतु पंजीयन प्रक्रिया प्रारंभ,ब्राम्हण समाज युवा इकाई द्वारा किया जायेगा आयोजन।
ब्राह्मण समाज सिहोरा द्वारा 8 मई को होगा भव्य सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार।
सिहोरा:
ब्राह्मण समाज सिहोरा की युवा इकाई द्वारा आगामी 8 मई को सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार का आयोजन किया जाएगा। इस पावन अनुष्ठान हेतु पंजीयन प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। समाज के अध्यक्ष राकेश पाठक और युवा मंडल अध्यक्ष आलोक पांडे ने बताया कि समाज द्वारा प्रतिवर्ष यह संस्कार संपन्न कराया जाता है और इस वर्ष यह आयोजन तेरहवीं बार किया जा रहा है।
कार्यक्रम प्रभारी एवं समाज के उपाध्यक्ष नरेन्द्र त्रिपाठी ने बताया कि जो भी विप्रजन अपने बालकों का यज्ञोपवीत संस्कार कराना चाहते हैं, वे शीघ्र समाज के सदस्यों से संपर्क कर पंजीयन करा लें। उन्होंने बताया कि यह आयोजन समाज की परंपराओं को जीवंत बनाए रखने के उद्देश्य से किया जाता है, जिससे नई पीढ़ी को संस्कारों की शिक्षा मिले। उन्होंने कहा कि यज्ञोपवीत संस्कार केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि सामाजिक उत्तरदायित्व का प्रतीक भी है, जो एक बालक को पूर्ण रूप से अनुशासित और कर्तव्यपरायण बनाता है।
समाज के वरिष्ठ सदस्य पंडित रमाकांत शर्मा ने बताया कि यज्ञोपवीत धारण करना ब्राह्मण संस्कृति की आधारशिला है। यह केवल एक सूत्र नहीं, बल्कि जीवन के उच्च आदर्शों और आत्मशुद्धि का प्रतीक है। इस संस्कार के माध्यम से बालकों को ब्रह्मचर्य आश्रम में प्रवेश कराया जाता है, जिससे वे ज्ञान, संयम और संस्कारों को आत्मसात कर एक जिम्मेदार नागरिक बन सकें।
इस आयोजन में समाज के गणमान्यजन, विद्वान पंडित, आचार्य एवं विभिन्न धार्मिक गुरु उपस्थित रहेंगे, जो बालकों को वैदिक मंत्रों की महत्ता और उनके जीवन में प्रभाव के बारे में बताएंगे। कार्यक्रम के दौरान विधिपूर्वक मंत्रोच्चार, हवन, ब्राह्मण भोजन, विद्यारंभ संस्कार एवं गुरुओं द्वारा उपदेश की व्यवस्था की जाएगी।
समाज के महामंत्री गोविंद शुक्ला ने बताया कि इस अवसर पर यज्ञोपवीत धारण करने वाले बालकों को विशेष आशीर्वाद स्वरूप धार्मिक ग्रंथ एवं पूजन सामग्री भेंट की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस आयोजन को और भव्य बनाने के लिए समाज के विभिन्न संगठनों का भी सहयोग लिया जा रहा है।
युवा मंडल अध्यक्ष आलोक पांडे ने कहा कि इस आयोजन को सफल बनाने के लिए समाज के युवा वर्ग ने विशेष रूप से जिम्मेदारी ली है। युवाओं की टोली प्रत्येक परिवार से संपर्क कर अधिक से अधिक संख्या में पंजीयन सुनिश्चित कर रही है, ताकि इस बार आयोजन ऐतिहासिक रूप से संपन्न हो।
समाज ने सभी विप्रजनों से अपील की है कि वे इस पवित्र आयोजन में पूरे श्रद्धाभाव से सम्मिलित होकर इसे भव्य और ऐतिहासिक बनाने में अपना योगदान दें। आयोजकों ने कहा कि यह आयोजन न केवल एक धार्मिक संस्कार है, बल्कि समाज की भावी पीढ़ी को संस्कारित करने की एक पवित्र परंपरा भी है।