किसानों के लिए लाभकारी होगा प्रशिक्षण कार्यक्रम : जिप. अध्यक्ष, रघुवंशी।
स्वामी विवेकानंद चौराहे पर आयोजित हुआ दो दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम।
आधुनिक बागवानी तकनीकों से किसानों की आय बढ़ाने पर दिया गया जोर।
जिला पंचायत अध्यक्ष ने किसानों को किया संबोधित।
विदिशा:
शुक्रवार को उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा स्वामी विवेकानंद चौराहे पर कृषक प्रशिक्षण केंद्र में एकीकृत बागवानी विकास मिशन के अंतर्गत दो दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में जिले के किसान बड़ी संख्या में शामिल हुए, जहां अनुभवी ट्रेनरों ने उन्हें उन्नत कृषि तकनीकों और आधुनिक बागवानी विधियों का प्रशिक्षण दिया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ जिला पंचायत अध्यक्ष गीता कैलाश रघुवंशी ने किया। उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से किसान बागवानी की नवीनतम तकनीकों, उन्नत किस्मों और आधुनिक तरीकों की जानकारी प्राप्त कर अपनी आय को बढ़ा सकते हैं। उन्होंने कहा कि इससे न केवल किसानों का जीवन स्तर सुधरेगा बल्कि वे कृषि क्षेत्र में नवाचार अपनाकर अधिक उत्पादन कर सकेंगे।
श्रीमति रघुवंशी ने उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग और शासन-प्रशासन की इस पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के हित में लगातार नए कदम उठा रही है, जिससे उन्हें उन्नत कृषि तकनीकों और सुविधाओं का लाभ मिल सके। उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि वे इस प्रशिक्षण का पूरा लाभ उठाएँ और प्राप्त ज्ञान को अपने खेतों में अपनाकर अपनी उपज को बेहतर बनाएँ।
इस कार्यशाला में विशेषज्ञों द्वारा किसानों को ड्रिप इरिगेशन, मल्चिंग, ग्राफ्टिंग, उच्च उत्पादन वाली फसलों के चुनाव और बाजार में विपणन की आधुनिक तकनीकों की जानकारी दी गई। किसानों ने भी कार्यशाला में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और अपने अनुभव साझा किए।
अधिकारियों ने बताया कि इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम किसानों के लिए बेहद लाभकारी सिद्ध हो रहे हैं। इससे वे नई तकनीकों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित होते हैं, जिससे कृषि उत्पादन में वृद्धि होती है और आर्थिक रूप से भी वे सशक्त बनते हैं।
कार्यशाला में उद्यानिकी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, कृषि विशेषज्ञ और विभिन्न किसान संगठनों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। अंत में सभी किसानों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए और उन्हें अपने खेतों में प्रशिक्षण में सीखी गई तकनीकों को लागू करने के लिए प्रेरित किया गया।