नर्मदा नहर में नहाने गई चार बालिकाएं डूबी, तीन की मौत, एक की बचाई जान, एक की तलाश जारी।
परसवारा गांव में हुआ दर्दनाक हादसा, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल।
उमरिया पान,ढीमरखेड़ा:
तहसील ढीमरखेड़ा के थाना उमरिया पान अंतर्गत ग्राम परसवारा में रविवार को एक हृदयविदारक हादसा हुआ, जिसमें नर्मदा नहर में नहाने गई चार बालिकाओं में से तीन की डूबने से मौत हो गई, जबकि एक को ग्रामीणों ने सुरक्षित बचा लिया। इस हादसे से पूरे गांव में मातम पसर गया और मृत बच्चियों के घरों में कोहराम मच गया।
जानकारी के अनुसार, रविवार दोपहर लगभग 12 बजे गांव की चार बालिकाएं सिद्धिका पिता मनोज लोधी (12 वर्ष), अंशिका पिता बसंत लोधी (15 वर्ष), मानसी पिता मनोज लोधी (07 वर्ष) और अनन्या पिता अमित पटेल (12 वर्ष) नर्मदा नहर में नहाने के लिए गई थीं। नहाने के दौरान अचानक चारों बालिकाएं गहरे पानी में चली गईं और डूबने लगीं।
घटना के समय पास के खेत में काम कर रहे दीपचंद दहिया ने देखा कि नहर के पास से गुजर रही एक महिला ने चिल्लाते हुए आवाज दी कि लड़कियां नहर में डूब रही हैं।यह सुनते ही दीपचंद दहिया तुरंत मौके पर पहुंचे और अनन्या पिता अमित पटेल (12 वर्ष) को नहर से बाहर खींचकर उसकी जान बचाई, लेकिन बाकी तीन बालिकाएं पानी में समा गईं।
घटना की जानकारी मिलते ही थाना उमरिया पान प्रभारी दिनेश तिवारी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और गोताखोरों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।काफी मशक्कत के बाद दोपहर करीब 3 बजे सिद्धिका और अंशिका के शव नहर से बाहर निकाले गए। दोनों को तत्काल शासकीय अस्पताल उमरिया पान ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
वहीं, मनसी पिता मनोज लोधी (07 वर्ष) का शव देर शाम तक नहीं मिल पाया था। गोताखोरों की टीम लगातार नहर में तलाश कर रही थी, लेकिन अंधेरा हो जाने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन को रोकना पड़ा।
घटना की जानकारी मिलते ही भाजपा विधायक धीरेन्द्र बहादुर सिंह कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने मृत बच्चियों के घर पहुंचकर परिजनों को सांत्वना दी और तत्काल सहायता के रूप में जिन परिवारों की दो बच्चियों की मौत हुई उन्हें 15 हजार रुपये और जिनकी एक बच्ची की मौत हुई उन्हें 10 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी। विधायक ने परिजनों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
वहीं, प्रशासन की ओर से नायब तहसीलदार उमरिया पान अजय मिश्रा अपनी राजस्व टीम के साथ पूरे दिन घटना स्थल पर मौजूद रहे और स्थिति को संभाला। उन्होंने बताया कि तीसरी बच्ची मनसी के शव को जल्द से जल्द बरामद करने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहेगा।
इस हादसे से पूरे गांव में शोक का माहौल है। मृत बच्चियों के घरों में परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीणों का कहना है कि नहर के किनारे सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं हैं, जिसके चलते ऐसी घटनाएं बार-बार होती हैं।
वहीं, थाना प्रभारी दिनेश तिवारी ने बताया कि नहर के किनारे सुरक्षा के लिए विभाग को सूचना दी जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
इस हृदयविदारक हादसे से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है और सभी ग्रामीण मृत बच्चियों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त कर रहे हैं। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि तीसरी बालिका के शव की तलाश जारी है और पीड़ित परिवारों को हरसंभव मदद उपलब्ध कराई जाएगी।