माता जानकी के दरबार करीला धाम जाने वाले श्रद्धालुओं को भोजन प्रसादी वितरण।

 माता जानकी के दरबार करीला धाम जाने वाले श्रद्धालुओं को भोजन प्रसादी वितरण।

विदिशा:

रंगपंचमी के शुभ अवसर पर करीला धाम में माता जानकी के दरबार में आयोजित मेले में जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए विदिशा, ढोलखेड़ी चौराहे पर प्रसादी वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम जनसहयोग, धर्मश्री एवं ग्रामीणों के सहयोग से प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है और इस वर्ष भी श्रद्धालुओं की सेवा के लिए भंडारा आयोजित किया गया।  

हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी यह आयोजन बड़ी श्रद्धा और भक्ति के साथ किया गया, जिसमें दूर-दराज से आए श्रद्धालु भंडारे का प्रसाद ग्रहण कर धन्य हुए। कार्यक्रम में शामिल सभी श्रद्धालुओं ने भोजन प्रसादी प्राप्त कर धर्म लाभ अर्जित किया और इस सेवा कार्य की सराहना की।  

धार्मिक आयोजन में जनप्रतिनिधियों और समाजसेवियों की भागीदारी:  

भंडारे का शुभारंभ जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि कैलाश रघुवंशी, कुश कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष नारायण सिंह कुशवाह, बल्लू महाराज, जसराज दांगी, ठाकुर प्रसाद लोधी, राजेश वैष्णव, राजेंद्र सिंह राजपूत, हरिसिंह चौहान, प्रेमनारायण, सुरेंद्र सेन सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में किया गया। सभी अतिथियों ने इस पुण्य कार्य में भाग लेकर माता जानकी से आशीर्वाद प्राप्त किया।  

इस दौरान सभी ने श्रद्धालुओं को भोजन प्रसादी वितरित करने में सहयोग किया और इस धार्मिक आयोजन को सफल बनाने में योगदान दिया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी श्रद्धालुओं और भक्तों ने भंडारे में तन, मन और धन से सहयोग करने वालों के प्रति आभार व्यक्त किया।  

भंडारा माता जानकी की कृपा से संचालित, बाकी सब निमित्त मात्र – कैलाश रघुवंशी:

जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि कैलाश रघुवंशी ने इस अवसर पर कहा कि रंगपंचमी के पावन दिन माता जानकी की कृपा से यह भंडारा वर्षों से अनवरत रूप से संचालित हो रहा है। यह माता जानकी की अनुकंपा ही है कि अनेक श्रद्धालु इस आयोजन से जुड़कर पुण्य अर्जित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह कार्य पूरी तरह से ईश्वरीय कृपा से संपन्न होता है और हम सभी केवल निमित्त मात्र हैं।  

उन्होंने कहा कि धर्मश्री मनोज जी, बल्लू महाराज, जसराज जी, रवि साहू सहित सभी स्नेहीजन इस सेवा कार्य में तन, मन, धन और कर्म से जुड़े हुए हैं और माता जानकी की कृपा से इस सेवा कार्य को आगे बढ़ा रहे हैं।  

             भक्तों की सेवा ही परम धर्म:

भक्तों की सेवा को ही परम धर्म मानकर विदिशा और आसपास के क्षेत्र के धर्मप्रेमी लोग इस आयोजन में हर वर्ष भाग लेते हैं और श्रद्धालुओं के लिए भोजन, जल और अन्य सुविधाओं की व्यवस्था सुनिश्चित करते हैं। श्रद्धालु माता जानकी और प्रभु सियाराम के दरबार में मत्था टेकने के लिए दूर-दूर से आते हैं और इस भंडारे में प्रसाद ग्रहण कर स्वयं को धन्य मानते हैं।  

भंडारे के दौरान भक्तों में अपार श्रद्धा और भक्ति देखने को मिली। सभी ने भक्तिपूर्ण माहौल में माता जानकी और प्रभु श्रीराम के जयकारे लगाए और भंडारे के सफल आयोजन के लिए आयोजकों को शुभकामनाएं दीं।  

      भविष्य में भी जारी रहेगा सेवा कार्य:

आयोजकों ने बताया कि यह सेवा कार्य भविष्य में भी इसी श्रद्धा और उत्साह के साथ जारी रहेगा और माता जानकी की कृपा से प्रतिवर्ष इस भंडारे का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने सभी सहयोगियों, दानदाताओं और स्वयंसेवकों का आभार व्यक्त किया और माता जानकी से प्रार्थना की कि उनकी कृपा सदैव बनी रहे।  

        श्रद्धालुओं में दिखा विशेष उत्साह:

रंगपंचमी के अवसर पर करीला धाम जाने वाले श्रद्धालुओं में इस भंडारे को लेकर विशेष उत्साह देखने को मिला। लोगों ने इस सेवा कार्य को पुण्यदायी बताते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन समाज में समरसता और सद्भाव को बढ़ाते हैं।  

भक्तों ने माता जानकी के चरणों में शीश नवाकर सुख-समृद्धि और शांति की कामना की और इस सेवा कार्य को और भी बड़े स्तर पर आयोजित करने की इच्छा व्यक्त की।


ग्रामीण खबर mp से विदिशा जिला ब्यूरो यशवंत सिंह रघुवंशी की रिपोर्ट।

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