गणित के पेपर में सवाल हल करने की जगह मांगा फैंटा, टीचर रह गए दंग।

 गणित के पेपर में सवाल हल करने की जगह मांगा फैंटा, टीचर रह गए दंग।

न्यूमेरिकल की जगह अनोखा जवाब, छात्र की कॉपी देखकर टीचर ने बुलाया ऑफिस में।

नई दिल्ली:

परीक्षाओं के दौरान कई बार छात्र अपने अनोखे और मज़ेदार जवाबों से टीचरों को चौंका देते हैं। कुछ छात्र परीक्षा की गंभीरता को समझते हुए उत्तर लिखते हैं, तो कुछ अपनी रचनात्मकता से कॉपी में ऐसे जवाब लिख देते हैं कि टीचर भी सोच में पड़ जाते हैं। हाल ही में गणित की एक उत्तर पुस्तिका में ऐसा ही दिलचस्प मामला सामने आया, जहां छात्र ने गणित के सवाल का हल देने के बजाय कुछ ऐसा लिख दिया कि उसकी कॉपी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।  

मामला तब सामने आया जब एक शिक्षक दसवीं कक्षा की गणित की आंसर शीट जांच रहे थे। आमतौर पर छात्र उत्तर लिखने की कोशिश करते हैं, लेकिन इस छात्र ने गणितीय हल के बजाय अपनी मन की बात लिख डाली। उसने कॉपी में लिखा—  

‘हमको आंसर नहीं आता, हमको न्यूमेरिकल नहीं आता, हमको सॉल्यूशन नहीं आता, तो क्या मांगता? फैंटा-फैंटा, हमको मांगता फैंटा-फैंटा।’

छात्र के इस जवाब ने टीचर को पहले तो सोचने पर मजबूर कर दिया, फिर उन्हें हंसी आ गई। हालांकि, परीक्षा में इस तरह के जवाब देना अनुशासनहीनता माना जाता है, इसलिए शिक्षक ने छात्र को ऑफिस में बुलाने का फैसला किया।  

छात्र की क्रिएटिविटी या पढ़ाई से बचने का तरीका?

जैसे ही यह उत्तर सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आईं। कुछ लोगों ने छात्र की इस हरकत को हास्यास्पद बताया, तो कुछ ने इसे परीक्षा में लापरवाही का नतीजा कहा। कई लोग इस बात पर चर्चा कर रहे हैं कि क्या यह छात्र की क्रिएटिविटी है या पढ़ाई से बचने का बहाना।  

   टीचर का रिएक्शन और आगे की कार्रवाई:

इस पूरे घटनाक्रम के बाद शिक्षक ने छात्र को ऑफिस में बुलाया है, जहां उससे पूछा जाएगा कि उसने ऐसा जवाब क्यों लिखा। यह देखना दिलचस्प होगा कि छात्र को वाकई फैंटा मिलता है या उसे अतिरिक्त क्लासेस का "तोहफा" दिया जाता है।  

     सोशल मीडिया पर मज़ेदार प्रतिक्रियाएं:

इस अनोखे उत्तर को लेकर सोशल मीडिया पर कई मज़ेदार मीम्स और कमेंट्स देखने को मिल रहे हैं। कुछ लोगों ने मजाक में लिखा कि अगर छात्र को गणित नहीं आता, तो उसे टीचर को चाय-कॉफी भी ऑफर कर देना चाहिए था। वहीं, कुछ यूजर्स ने मजेदार सुझाव देते हुए कहा कि अगर ऐसे जवाबों पर नंबर मिलने लगें, तो शायद छात्रों की परीक्षा का डर खत्म हो जाए!  

      मजाक और हकीकत के बीच की सीख:

हालांकि यह घटना हास्यास्पद लग सकती है, लेकिन यह इस बात की ओर भी इशारा करती है कि कुछ छात्र पढ़ाई को लेकर गंभीर नहीं होते हैं। परीक्षा का उद्देश्य केवल नंबर लाना नहीं, बल्कि ज्ञान अर्जित करना होता है। इस तरह के जवाब भले ही मनोरंजन के लिए अच्छे हों, लेकिन वे भविष्य में छात्रों के लिए मुश्किलें भी खड़ी कर सकते हैं।  

अब देखना यह है कि छात्र को फैंटा मिलता है या नहीं, लेकिन इतना तय है कि उसकी इस अनोखी हरकत ने इंटरनेट पर हंसी की लहर जरूर दौड़ा दी है।


प्रधान संपादक:अज्जू सोनी, ग्रामीण खबर mp,
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