अखिल भारतीय गोस्वामी समाज संगठन जिला कटनी ने मनाया रंगों का उत्सव।
प्राचीन हनुमान मंदिर पठरा में हुआ भव्य होली मिलन समारोह।
कटनी:
अखिल भारतीय गोस्वामी समाज संगठन, जिला कटनी द्वारा होली के पावन अवसर पर भव्य होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया। यह आयोजन संगठन के जिला अध्यक्ष अखिलेश पुरी गोस्वामी (दीपक भैया) के नेतृत्व में प्राचीन हनुमान मंदिर, पठरा में संपन्न हुआ। इस अवसर पर समाज के अनेक गणमान्यजन एकत्रित हुए और उल्लासपूर्वक रंगों का पर्व मनाया गया।
समारोह की शुरुआत मंदिर में पूजा-अर्चना से की गई, जिसमें समाज के वरिष्ठजनों ने भगवान हनुमान जी से समाज की उन्नति और सुख-समृद्धि की कामना की। इसके उपरांत समाज के लोगों ने एक-दूसरे को गुलाल लगाकर स्नेह और एकता का संदेश दिया।
कार्यक्रम में अखिल भारतीय गोस्वामी समाज संगठन के अध्यक्ष अखिलेश पुरी (दीपक गोस्वामी), आचार्य संदीप गिरी, रंजीत गोस्वामी, राकेश गोस्वामी, लक्ष्मी गिरी गोस्वामी, सुरेश गोस्वामी, मिथिलेश पुरी गोस्वामी, लखनपुरी गोस्वामी, विनोद पुरी गोस्वामी, सतीश पुरी गोस्वामी, हेमंत गोस्वामी, कमलपुरी गोस्वामी, गणेशपुरी गोस्वामी, प्रदोष पुरी गोस्वामी, दिनेश पुरी गोस्वामी, राम गोस्वामी सहित समाज के अन्य प्रतिष्ठित लोग उपस्थित रहे।
इस अवसर पर समाज के वरिष्ठजनों और पदाधिकारियों ने अपने विचार व्यक्त किए। वक्ताओं ने समाज में एकता और संगठन की महत्ता पर जोर देते हुए कहा कि ऐसे सांस्कृतिक कार्यक्रमों से न केवल समाज के लोगों के बीच आपसी प्रेम बढ़ता है, बल्कि युवा पीढ़ी को भी अपनी परंपराओं से जोड़ने का अवसर मिलता है। उन्होंने समाज के युवाओं को संगठित रहने और समाज सेवा के कार्यों में भाग लेने की प्रेरणा दी।
समारोह के दौरान होली के पारंपरिक गीत गाए गए, जिन पर सभी ने उल्लासपूर्वक नृत्य किया। इसके साथ ही फूलों की होली खेली गई, जिससे माहौल भक्तिमय और हर्षोल्लासपूर्ण हो गया। समाज के लोगों ने एक-दूसरे को गले लगाकर होली की शुभकामनाएं दीं।
संगठन के पदाधिकारियों ने बताया कि समाज की एकता और विकास के लिए ऐसे आयोजन आगे भी जारी रहेंगे। उन्होंने कहा कि समाज की उन्नति के लिए सभी को मिलकर कार्य करना होगा और शिक्षा, रोजगार तथा सामाजिक सहयोग के क्षेत्रों में मजबूती से कदम बढ़ाने होंगे।
कार्यक्रम के अंत में प्रसाद वितरण किया गया और सभी समाजजनों ने आपसी सौहार्द और भाईचारे का परिचय देते हुए समारोह का समापन किया। समाज के लोगों ने इस आयोजन को अत्यंत सफल बताते हुए इसे हर वर्ष और भव्य रूप से मनाने की इच्छा जताई।