ऑपरेशन मुस्कान: 12 घंटे में दो नाबालिग बालकों को किया दस्तयाब।
ढीमरखेड़ा पुलिस की तत्परता से परिजनों को लौटाए गए बच्चे।
कटनी:
पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार थाना ढीमरखेड़ा पुलिस ने ऑपरेशन मुस्कान के तहत त्वरित कार्रवाई करते हुए 12 घंटे के भीतर दो नाबालिग बालकों को दस्तयाब कर परिजनों को सौंप दिया। इस सफलता में थाना प्रभारी मोहम्मद शाहिद एवं उनकी टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
घटना का संक्षिप्त विवरण:
ग्राम मटभौना निवासी ओमप्रकाश यादव (38 वर्ष) 17 मार्च 2025 को थाना ढीमरखेड़ा पहुंचे और रिपोर्ट दर्ज कराई कि उनके दो नाबालिग पुत्र—एक 12 वर्ष 2 माह का एवं दूसरा 8 वर्ष 2 माह का—दिनांक 16 मार्च 2025 को दोपहर 2 बजे बिना बताए घर से कहीं चले गए। बच्चों के अचानक गायब हो जाने से परिजन बेहद चिंतित थे।
थाना ढीमरखेड़ा पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अपराध क्रमांक 120/25 धारा 137(2) बीएनएस के तहत प्रकरण दर्ज किया और तत्काल कार्रवाई शुरू की। थाना प्रभारी मोहम्मद शाहिद ने वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक अभिजीत रंजन के मार्गदर्शन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष डेहरिया व एसडीओपी प्रभात शुक्ला के निर्देशन में विशेष टीम गठित की गई।
तेजी से की गई पुलिस कार्रवाई:
जैसे ही मामला दर्ज हुआ, पुलिस टीम ने बच्चों की खोजबीन शुरू कर दी। परिजनों से विस्तृत जानकारी लेकर संभावित ठिकानों की तलाश की गई। टीम ने आसपास के गांवों और संभावित स्थानों पर पूछताछ शुरू की। ग्रामीणों, दुकानदारों और अन्य लोगों से भी बातचीत कर जरूरी जानकारी जुटाई गई।
लगातार प्रयासों के बाद 17 मार्च 2025 को पुलिस को एक महत्वपूर्ण सुराग मिला। मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि दो बच्चे ग्राम डुडहा मोड़ के पास देखे गए हैं। सूचना मिलते ही पुलिस टीम तत्काल मौके पर पहुंची और दोनों नाबालिग बालकों को सुरक्षित दस्तयाब कर लिया।
परिजनों को सौंपे गए नाबालिग:
बच्चों के मिलने की खबर मिलते ही परिजनों की आंखों में खुशी के आंसू आ गए। पुलिस टीम ने आवश्यक प्रक्रिया पूरी करने के बाद दोनों बच्चों को उनके माता-पिता के सुपुर्द कर दिया। अपने बच्चों को वापस पाकर परिजनों ने राहत की सांस ली और ढीमरखेड़ा पुलिस के इस सराहनीय कार्य की प्रशंसा की।
पुलिस टीम की विशेष भूमिका:
इस सफल ऑपरेशन में थाना प्रभारी निरीक्षक मोहम्मद शाहिद, उपनिरीक्षक सुरेश चौधरी, सहायक उपनिरीक्षक जयपाल सिंह, आरक्षक देवेंद्र और अजय धुर्वे ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पूरे दल ने दिन-रात मेहनत कर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की, जिससे मात्र 12 घंटे के भीतर बच्चों को सकुशल बरामद किया जा सका।
ऑपरेशन मुस्कान: पुलिस की सतर्कता और कर्तव्यनिष्ठा का परिचायक:
ऑपरेशन मुस्कान के तहत इस सफल कार्यवाही ने एक बार फिर साबित कर दिया कि पुलिस प्रशासन न केवल अपराधियों पर सख्ती से कार्रवाई करता है, बल्कि समाज में सुरक्षा और विश्वास बनाए रखने के लिए भी तत्पर रहता है। इस मामले में ढीमरखेड़ा पुलिस ने जिस तरह की मुस्तैदी दिखाई, वह अन्य पुलिस इकाइयों के लिए भी एक मिसाल है।
परिजनों ने पुलिस प्रशासन के प्रति आभार जताते हुए कहा कि बच्चों के लापता होने की खबर से वे बेहद परेशान थे, लेकिन पुलिस ने जिस तत्परता से कार्रवाई की, उससे वे बेहद खुश हैं। पुलिस की त्वरित और सफल कार्यवाही से यह संदेश भी मिलता है कि ऑपरेशन मुस्कान जैसी पहल न केवल बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित कर रही है, बल्कि समाज में पुलिस के प्रति विश्वास भी बढ़ा रही है।
कटनी जिले में ऑपरेशन मुस्कान के तहत यह एक और सफलता है, जो दर्शाती है कि पुलिस प्रशासन बच्चों की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है और किसी भी स्थिति में शीघ्र कार्रवाई करने के लिए तैयार है।