गौशाला में एक गौ बच्चा आश्रय का भूमिपूजन/शिलान्यास संपन्न।
विद्यासागर सेवाश्रम समिति गौशाला, सम्मेदगिरी तीर्थ गोसलपुर में गुरु उपकार दिवस के अवसर पर हुआ शिलान्यास।
गोसलपुर:
विद्यासागर सेवाश्रम समिति गौशाला, सम्मेदगिरी तीर्थ गोसलपुर में सोमवार को एक विशेष धार्मिक आयोजन के अंतर्गत एक गौ बच्चा आश्रय का भूमिपूजन/शिलान्यास संपन्न हुआ। यह आयोजन आचार्य विद्यासागर, नवाचार्य समय सागर एवं निर्यापक मुनि पुंगव सुधा सागर परमपूज्य 108 मुनि सम्मेदसागर जी महाराज के परम प्रभावक शिष्य खंडगिरि उद्धारक ऐलक 105 गोसलसागर जी महाराज के 38वें गुरु उपकार दिवस के पावन अवसर पर आयोजित किया गया।
इस पुण्य कार्य के पुण्यार्जक परिवार नरेंद्र जैन एवं मधु जैन, हैदराबाद से हैं, जिन्होंने अपनी धार्मिक भावना के तहत इस गौ आश्रय के निर्माण हेतु योगदान दिया। गौशाला के इस महत्वपूर्ण कार्य में समिति के समस्त पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने सहभागिता निभाई।
भूमिपूजन का शुभ कार्य जबलपुर से पधारे विधानाचार्य पंडित राजकुमार जैन शास्त्री जी के मंत्रोच्चार एवं विधि-विधान के साथ संपन्न हुआ। इस दौरान सभी उपस्थित श्रद्धालुजनों ने मंगल भावना के साथ इस कार्य के पूर्ण होने की कामना की।
कार्यक्रम में गौशाला परिवार के संरक्षक अरुण जैन, अध्यक्ष शैलेश जैन मिंकु, कार्यकारी अध्यक्ष अनिल जैन, उपाध्यक्ष राकेश जैन, महामंत्री इं. सुनील जैन, सहमंत्री अमित जैन, कोषाध्यक्ष डॉ. सुनील डेवरिया, सह कोषाध्यक्ष यतेंद्र जैन, कार्यालय मंत्री संदीप जैन, धर्मेंद्र जैन, रानू जैन एवं गौशाला व्यवस्थापक बिहारी लाल रजक सहित अन्य पदाधिकारी एवं गौभक्त उपस्थित रहे।
गौशाला समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि यह गौ बच्चा आश्रय गौवंश के नवजात बछड़ों के लिए विशेष रूप से निर्मित किया जाएगा, जहां उनके उचित देखभाल, आहार एवं चिकित्सा की संपूर्ण व्यवस्था रहेगी। इस पहल का मुख्य उद्देश्य नवजात गौवंश को सुरक्षित एवं संरक्षित वातावरण प्रदान करना है।
इस अवसर पर वक्ताओं ने गौसेवा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गौ माता के संरक्षण एवं सेवा के लिए इस तरह के प्रयास अत्यंत सराहनीय हैं। साथ ही उन्होंने पुण्यार्जक परिवार का भी आभार व्यक्त किया, जिन्होंने इस कार्य के लिए अपनी सहभागिता सुनिश्चित की।
समिति के अध्यक्ष शैलेश जैन मिंकु ने बताया कि गौशाला में निरंतर गौसेवा एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गौवंश का संरक्षण एवं सेवा मानवता का सर्वोच्च धर्म है और इस कार्य में अधिक से अधिक लोगों को जुड़ना चाहिए।
गौशाला व्यवस्थापक बिहारी लाल रजक ने जानकारी देते हुए बताया कि एक गौ बच्चा आश्रय के निर्माण के बाद नवजात बछड़ों के देखभाल के लिए एक समर्पित स्थान उपलब्ध होगा, जिससे उनकी देखभाल और संरक्षण अधिक व्यवस्थित तरीके से हो सकेगा।
कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित जनों ने एक स्वर में गौसेवा और पर्यावरण संरक्षण के लिए निरंतर कार्य करने का संकल्प लिया। साथ ही गौशाला परिसर में शीघ्र ही गौ बच्चा आश्रय के निर्माण कार्य को पूरा करने का संकल्प लिया गया।
यह आयोजन न केवल गौ सेवा के प्रति समर्पण का प्रतीक बना, बल्कि गुरु उपकार दिवस के शुभ अवसर पर एक नई पहल के रूप में यादगार बन गया। इस कार्य के लिए समिति के सभी पदाधिकारियों एवं पुण्यार्जक परिवार को हृदय से आभार प्रकट किया गया।