आग की चपेट में आया घर, चार साल के बछड़े की मौत, परिवार सदमे में।
ताज खजुरी गांव में दर्दनाक हादसा, लाखों की संपत्ति जलकर राख, प्रशासन से मदद की गुहार।
विदिशा,ताज़ खजूरी:
विदिशा जिले के नटेरन तहसील अंतर्गत ताज खजुरी गांव में 24-25 फरवरी की रात एक दर्दनाक घटना घटी। गांव के निवासी प्राण सिंह रघुवंशी के घर में अचानक भीषण आग लग गई, जिसने देखते ही देखते पूरे घर को अपनी चपेट में ले लिया। आग इतनी तेजी से फैली कि घर में रखा अनाज, भूसा और अन्य सामान पलभर में जलकर राख हो गया। इस घटना में चार साल के बछड़े की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि एक भैंस गंभीर रूप से झुलस गई।
आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन माना जा रहा है कि घर में रखे सूखे भूसे के कारण आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। इस आग में प्राण सिंह रघुवंशी को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है। घर में रखी तमाम जरूरी वस्तुएं जलकर नष्ट हो गईं, जिनमें खेती से जुड़ी सामग्री, पाइप, अनाज और अन्य महत्वपूर्ण सामान शामिल था। अनुमान के मुताबिक, इस हादसे में परिवार को करीब ₹2,00,000 का नुकसान हुआ है।
घटना की जानकारी मिलते ही गांव में अफरा-तफरी मच गई। आसपास के ग्रामीण तुरंत मौके पर पहुंचे और आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन आग की लपटें इतनी तेज थीं कि उसे काबू करना मुश्किल हो गया। रात में ही जितेंद्र रघुवंशी ने साहस दिखाते हुए मौके पर पहुंचकर आग बुझाने और मवेशियों को बचाने का प्रयास किया। हालांकि, तब तक काफी नुकसान हो चुका था।
घटना के बाद प्राण सिंह रघुवंशी और उनका परिवार गहरे सदमे में है। दुख और तनाव के कारण परिवार के लोगों ने पिछले दो दिनों से भोजन तक नहीं किया है। उन्होंने इस विपदा से उबरने के लिए प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है।
घटना की सूचना मिलने पर नटेरन तहसीलदार को आवेदन सौंपा गया, जिसके बाद पटवारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने घटनास्थल पर पहुंचकर नुकसान का आकलन किया और पंचनामा तैयार किया। अब यह देखना होगा कि प्रशासन इस पीड़ित परिवार की कितनी सहायता करता है।
गांव के अन्य ग्रामीणों ने भी प्रशासन से आग्रह किया है कि पीड़ित परिवार को शीघ्र आर्थिक सहायता प्रदान की जाए, ताकि वे अपने नुकसान की भरपाई कर सकें और इस संकट से उबर सकें। इस तरह की घटनाएं ग्रामीण क्षेत्रों में चिंता का विषय बन रही हैं, जहां आग लगने की स्थिति में आग बुझाने के लिए जरूरी संसाधनों की कमी होती है।
इस घटना से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है, और ग्रामीणों में डर का माहौल बना हुआ है। पीड़ित परिवार को सरकार और प्रशासन से उचित मुआवजे की उम्मीद है, ताकि वे दोबारा अपने जीवन को पटरी पर ला सकें।