अयोध्या राममंदिर की प्रथम वर्षगांठ पर विशाल सुंदरकांड पाठ, कार्यकर्ता सम्मेलन और भंडारा।
विधायक धीरेन्द्र बहादुर सिंह के नेतृत्व में बड़वारा में रामभक्ति का अनूठा संगम, हजारों कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में हुआ आयोजन।
बड़वारा,कटनी:
अयोध्या में राममंदिर के निर्माण की प्रथम वर्षगांठ को ऐतिहासिक बनाते हुए बड़वारा में एक भव्य आयोजन हुआ, जिसमें क्षेत्र के श्रद्धालुओं और हजारों कार्यकर्ताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। यह आयोजन विधायक धीरेन्द्र बहादुर सिंह के नेतृत्व में आयोजित हुआ, जिसमें सुंदरकांड पाठ, कार्यकर्ता सम्मेलन, और भंडारे का आयोजन किया गया।
आध्यात्मिक आरंभ से संगठन की मजबूती तक का सफर:
कार्यक्रम का शुभारंभ हनुमान चालीसा और सुंदरकांड पाठ से हुआ। क्षेत्रीय पुजारियों और विद्वानों द्वारा विधिपूर्वक किए गए पाठ ने श्रद्धालुओं के मन को भगवान राम की भक्ति में रंग दिया। सुंदरकांड पाठ के दौरान भगवान राम के आदर्शों, हनुमानजी के पराक्रम, और भक्तिरस की भावना ने माहौल को भक्तिमय बना दिया।
कार्यकर्ता सम्मेलन: संगठन और क्षेत्र के विकास पर चर्चा:
सुंदरकांड पाठ के पश्चात कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन हुआ, जहां विधायक धीरेन्द्र बहादुर सिंह ने उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने राममंदिर निर्माण को एक ऐतिहासिक उपलब्धि बताते हुए कहा, "यह मंदिर न केवल हमारे धर्म और संस्कृति का प्रतीक है, बल्कि यह भारत की एकता और अखंडता का भी प्रतीक है। इसने पूरे विश्व में भारत के गौरव को नई ऊंचाई पर पहुंचाया है।"
उन्होंने क्षेत्र में हुए विकास कार्यों का ब्योरा देते हुए बताया कि किस प्रकार क्षेत्र में सड़कों, शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य मूलभूत सुविधाओं में सुधार किया गया है। साथ ही, उन्होंने कार्यकर्ताओं को संगठित रहने और समाजसेवा में भाग लेने का आह्वान किया।
भोजन प्रसाद और सामूहिक भक्ति का आयोजन:
कार्यक्रम के अंत में एक विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें क्षेत्रीय लोगों और कार्यकर्ताओं ने सामूहिक रूप से भोजन प्रसाद ग्रहण किया। भंडारे में रामभक्तों ने प्रसाद के साथ-साथ रामायण के आदर्शों को आत्मसात करने की प्रेरणा ली।
. कार्यक्रम की सफलता मैं सभी का योगदान:
ठाकुर योगेंद्र सिंह (दादा ठाकुर) ने बताया की,इस आयोजन की सफलता के पीछे विधायक धीरेन्द्र बहादुर सिंह के नेतृत्व के साथ-साथ क्षेत्र के सभी मण्डल अध्यक्ष एवं समूचे विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं और श्रद्धालुओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा। इस आयोजन ने न केवल रामभक्ति को एक नई ऊर्जा दी, बल्कि क्षेत्रीय समाज में सामूहिकता, सद्भाव, और समर्पण का संदेश भी दिया।
कार्यक्रम में विशेष रूप से क्षेत्रीय बुजुर्गों, महिलाओं, और युवाओं की भागीदारी उल्लेखनीय रही। विधायक ने सभी कार्यकर्ताओं और आयोजकों का धन्यवाद करते हुए कहा, "यह कार्यक्रम हमें प्रेरित करता है कि हम भगवान राम के आदर्शों का पालन करें और समाज को एकजुट बनाएं।"
राममंदिर वर्षगांठ: एक राष्ट्रीय और धार्मिक गौरव का प्रतीक:
राममंदिर की प्रथम वर्षगांठ के इस आयोजन ने न केवल धार्मिक भावना को प्रबल किया, बल्कि यह एकता और संगठन की शक्ति का भी उदाहरण प्रस्तुत करता है।
इस ऐतिहासिक आयोजन ने यह साबित कर दिया कि भगवान राम के आदर्श आज भी हर व्यक्ति के जीवन को प्रेरणा देते हैं और समाज को प्रगति की दिशा में अग्रसर करते हैं।