राशन वितरण में अनियमितता पर प्रशासन की सख्ती,एक विक्रेता जेल में,अन्य की तलाश जारी।
फरार विक्रेताओं पर पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा, ढीमरखेड़ा तहसील में आठ राशन दुकानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज।
उमरियापान:
राज्य में राशन वितरण में अनियमितता के मामलों पर प्रशासन ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है, जिससे राशन दुकानदारों में हड़कंप मच गया है। गुरुवार को उमरियापान पुलिस ने परसेल शासकीय राशन दुकान के विक्रेता मोहम्मद आजम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। थाना प्रभारी सिद्धार्थ राय ने बताया कि 8 जनवरी 2025 को कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी ब्रजेश जाटव की शिकायत पर यह कार्रवाई की गई। आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। इस कार्रवाई में एएसआई गोपाल सिंह राजपूत और प्रधान आरक्षक अजय तिवारी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
. 15 लाख से अधिक की हेराफेरी उजागर:
राशन दुकान की पीओएस मशीन के ऑनलाइन स्टॉक और दुकान में उपलब्ध खाद्यान्न के सत्यापन के दौरान यह खुलासा हुआ कि परसेल शासकीय राशन दुकान के विक्रेता मोहम्मद आजम ने 15 लाख 28 हजार 850 रुपये की खाद्य सामग्री में हेराफेरी की है। कलेक्टर दिलीप कुमार यादव के निर्देशन में खाद्य विभाग के अधिकारियों ने ढीमरखेड़ा की आठ राशन दुकानों के विक्रेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इनमें मुरवारी, कछारगांव छोटा, खम्हरिया बागरी, दशरमन, खाम्हा, परसेल, गोपालपुर, और अन्तरवेद गनियारी की राशन दुकानें शामिल हैं। पीओएस मशीनों में दर्ज स्टॉक और दुकानों में मौजूद खाद्यान्न के बीच भारी अंतर पाया गया।
. फरार विक्रेताओं पर शिकंजा:
प्रशासन की इस सख्त कार्रवाई के चलते अन्य फरार विक्रेताओं की तलाश जारी है। सरकारी राशन दुकानों से खाद्यान्न की हेराफेरी के मामले में ढीमरखेड़ा पुलिस थाना में अब तक पांच और उमरियापान पुलिस थाना में तीन राशन विक्रेताओं के खिलाफ प्रकरण दर्ज किए जा चुके हैं। पुलिस द्वारा अन्य फरार विक्रेताओं की तलाश में छापेमारी की जा रही है।
राशन वितरण में पारदर्शिता सुनिश्चित करने का प्रयास:
कलेक्टर दिलीप कुमार यादव ने कहा कि प्रशासन की यह कार्रवाई राशन वितरण में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए की जा रही है। खाद्य विभाग को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि सभी राशन दुकानों की नियमित जांच की जाए और किसी भी प्रकार की गड़बड़ी पाए जाने पर तत्काल कार्रवाई की जाए। आम जनता को उचित मूल्य पर राशन उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है, और इसमें कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
. सख्त कदमों से दुकानदारों में हड़कंप:
सरकारी राशन दुकानों में अनियमितता के खिलाफ की जा रही कार्रवाई से राशन दुकानदारों में भय का माहौल है। प्रशासन के इस सख्त रुख से यह स्पष्ट है कि अब राशन वितरण में किसी भी प्रकार की हेराफेरी को सहन नहीं किया जाएगा। पुलिस और खाद्य विभाग की इस संयुक्त कार्रवाई से अन्य दुकानदारों को भी कड़ा संदेश दिया जा रहा है।