पॉलिथीन हटाओ, कपड़े के थैले पाओ": लायंस क्लब विदिशा का पर्यावरण जागरुकता अभियान।

 पॉलिथीन हटाओ, कपड़े के थैले पाओ": लायंस क्लब विदिशा का पर्यावरण जागरुकता अभियान।

लायंस क्लब विदिशा की अनूठी पहल, 500 कपड़े के थैलों का निशुल्क वितरण, पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण कदम।

विदिशा:

इंटरनेशनल लायंस क्लब विदिशा ने पर्यावरण संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए "पॉलिथीन हटाओ, कपड़े के थैले पाओ" अभियान की शुरुआत की। इस अभियान का उद्देश्य पॉलिथीन के उपयोग को कम करना और कपड़े के थैलों को बढ़ावा देना था, जो पर्यावरण के लिए सुरक्षित और टिकाऊ विकल्प है। 

डिस्ट्रिक्ट एडिशनल कैबिनेट सेक्रेटरी एमजेएफ लायन राजकुमार सर्राफ प्रिंस और लायंस क्लब विदिशा के अध्यक्ष लायन अरुण कुमार सोनी के नेतृत्व में क्लब की टीम ने माधव गंज सहित शहर के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर 500 से अधिक कपड़े के थैलों का निशुल्क वितरण किया। इस दौरान लोगों को पॉलिथीन के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया गया और उन्हें कपड़े के थैलों के उपयोग के फायदे बताए गए।

अध्यक्ष लायन अरुण कुमार सोनी ने सब्जी विक्रेताओं, फल विक्रेताओं, और अन्य दुकानदारों से संवाद करते हुए उन्हें पॉलिथीन का उपयोग बंद करने और अपने ग्राहकों को कपड़े के थैले उपलब्ध कराने की अपील की। उन्होंने कहा कि पॉलिथीन न केवल पर्यावरण के लिए हानिकारक है, बल्कि यह मानव स्वास्थ्य के लिए भी खतरा बन सकता है। इस दौरान, कई दुकानदारों ने इस पहल की सराहना की और भविष्य में पॉलिथीन का उपयोग न करने का संकल्प लिया।

इस अभियान में लायन संजय अहिरवार और लायन केसी प्रजापति ने दुकानदारों और ग्राहकों को कपड़े के थैले वितरित किए और उन्हें इसके महत्व के बारे में बताया। एमजेएफ लायन मेघा दुबे ने भी महिलाओं के साथ चर्चा कर उन्हें पॉलिथीन के विकल्पों के प्रति जागरूक किया। लायंस क्लब की टीम ने बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों को भी इस अभियान में शामिल किया, जिससे समुदाय के हर वर्ग में इस विषय पर जागरूकता बढ़ी।

लायंस क्लब विदिशा की इस पहल को स्थानीय लोगों ने खूब सराहा। कपड़े के थैले पाकर लोगों ने अपनी खुशी जाहिर की और इस अभियान के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया। लोगों ने बताया कि कपड़े के थैले उपयोग में सुविधाजनक होते हैं और बार-बार इस्तेमाल किए जा सकते हैं, जिससे पॉलिथीन की तुलना में यह अधिक टिकाऊ विकल्प बनता है।

लायंस क्लब का यह प्रयास समाज में जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस अभियान के दौरान वितरित किए गए कपड़े के थैलों ने न केवल पॉलिथीन के उपयोग को कम करने में मदद की, बल्कि यह भी दर्शाया कि छोटी-छोटी पहलें भी बड़े बदलाव ला सकती हैं। 


रिपोर्टर:
यशवंत सिंह रघुवंशी  
विदिशा जिला ब्यूरो, ग्रामीण खबर एमपी

Post a Comment

Previous Post Next Post