पुलिस और जनता के बीच विश्वास का सेतु: साइबर सुरक्षा, नशामुक्ति और यातायात जागरूकता के लिए बरही पुलिस का अनुकरणीय प्रयास।
पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन के मार्गदर्शन में बरही थाना प्रभारी शैलेंद्र यादव का ग्रामीणों के बीच जनजागरूकता अभियान।
कटनी, बरही।
समाज में सुरक्षा की भावना को प्रबल करना और पुलिस तथा जनता के बीच भरोसे का पुल बनाना किसी भी सभ्य समाज की आवश्यकता है। इसी दिशा में एक सराहनीय कदम उठाते हुए पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष डेहरिया, और नगर पुलिस अधीक्षक ख्याति मिश्रा के निर्देशन में बरही थाना प्रभारी शैलेंद्र यादव ने ग्राम उबरा में जनजागरूकता अभियान चलाया।
इस अभियान का उद्देश्य साइबर अपराधों से बचाव, नशामुक्ति, यातायात सुरक्षा, और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने पर केंद्रित था। हनुमान मंदिर के पास ग्रामीणों के बीच आयोजित इस जागरूकता कार्यक्रम में पुलिस ने न केवल जानकारी दी, बल्कि ग्रामीणों की समस्याएं सुनने और उनका समाधान करने की भी पहल की।
. साइबर सुरक्षा पर जागरूकता:
थाना प्रभारी शैलेंद्र यादव ने बताया कि तेजी से बढ़ते डिजिटल युग में साइबर अपराधों का खतरा भी बढ़ रहा है। उन्होंने ग्रामीणों को जागरूक करते हुए कहा कि मोबाइल और इंटरनेट का उपयोग करते समय सतर्क रहें। उन्होंने बताया कि बच्चों की डिजिटल गतिविधियों पर नजर रखना बेहद जरूरी है।
उन्होंने साइबर अपराधों से बचने के लिए महत्वपूर्ण टिप्स साझा किए, जैसे कि अज्ञात लिंक पर क्लिक न करना, पासवर्ड सुरक्षित रखना, और संदिग्ध फोन कॉल्स व मैसेज से सतर्क रहना। साथ ही साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर का भी प्रचार किया, ताकि किसी भी घटना के समय ग्रामीण पुलिस से सीधे संपर्क कर सकें।
. नशामुक्ति अभियान की अपील:
नशा मुक्ति के महत्व को समझाते हुए थाना प्रभारी ने कहा, "नशा सिर्फ एक व्यक्ति को नहीं, बल्कि पूरे परिवार और समाज को प्रभावित करता है।" उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे नशे की लत से दूर रहें और अपने बच्चों को भी इससे बचाएं।
इस दौरान उन्होंने नशे के कारण होने वाले शारीरिक, मानसिक, और सामाजिक नुकसान को विस्तार से समझाया। कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को यह भी बताया गया कि नशे से छुटकारा पाने के लिए पुलिस और अन्य सरकारी संस्थानों की मदद कैसे ली जा सकती है।
. यातायात सुरक्षा पर विशेष जोर:
थाना प्रभारी ने यातायात सुरक्षा के महत्व पर चर्चा करते हुए कहा कि हेलमेट पहनकर चलना और ट्रैफिक नियमों का पालन करना केवल कानून का पालन नहीं, बल्कि अपने जीवन की सुरक्षा का भी उपाय है। उन्होंने ग्रामीणों से आग्रह किया कि वे अपने परिवार और दोस्तों को भी सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करें।
. ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान:
पुलिस टीम ने ग्राम उबरा में पैदल भ्रमण करते हुए घर-घर जाकर लोगों का हाल-चाल जाना। बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों से संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं को सुना। ग्रामीणों ने अपनी रोजमर्रा की समस्याओं जैसे सड़क, पानी, और सुरक्षा से संबंधित मुद्दों को साझा किया। थाना प्रभारी ने उन्हें भरोसा दिलाया कि उनकी शिकायतों का शीघ्र समाधान किया जाएगा।
. जनता के बीच बढ़ता विश्वास:
थाना प्रभारी शैलेंद्र यादव ने कहा, "पुलिस और जनता के बीच संवाद से विश्वास मजबूत होता है। हमारा प्रयास है कि हर व्यक्ति सुरक्षित महसूस करे। किसी भी समस्या के समाधान के लिए हमसे सीधे संपर्क करें।"
ग्रामीणों ने बरही पुलिस के इस प्रयास की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से न केवल समाज में जागरूकता बढ़ती है, बल्कि पुलिस और जनता के बीच आपसी समझ और सहयोग भी मजबूत होता है।
. सकारात्मक बदलाव की ओर कदम:
बरही पुलिस का यह प्रयास यह साबित करता है कि अगर पुलिस और जनता एक-दूसरे के साथ मिलकर काम करें, तो न केवल अपराधों में कमी आएगी, बल्कि समाज में सुरक्षा और विश्वास का माहौल भी प्रबल होगा। साइबर अपराध, नशा, और यातायात सुरक्षा जैसे गंभीर मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करके पुलिस ने यह संदेश दिया है कि समाज के हर वर्ग की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है।
. निष्कर्ष:
बरही थाना प्रभारी शैलेंद्र यादव के नेतृत्व में चलाए गए इस अभियान ने पुलिस और जनता के बीच एक नया विश्वास स्थापित किया है। यह पहल अन्य क्षेत्रों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन सकती है।