जिला पुलिस अधीक्षक के आतिथ्य में पत्रकार-पुलिस मिलन समारोह हुआ आयोजित।

 जिला पुलिस अधीक्षक के आतिथ्य में पत्रकार-पुलिस मिलन समारोह हुआ आयोजित।

कटनी:

पत्रकारिता और पुलिसिंग समाज की दो महत्वपूर्ण व्यवस्थाएँ हैं, जो कानून, व्यवस्था और सत्य के संरक्षण में समान रूप से योगदान देती हैं। दोनों ही एक-दूसरे के पूरक हैं, क्योंकि पत्रकारिता समाज को सच दिखाने का कार्य करती है, तो वहीं पुलिस कानून-व्यवस्था को बनाए रखते हुए न्याय दिलाने में सहायक होती है। इसी सोच के तहत, जिला पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन के आतिथ्य में एक भव्य पत्रकार-पुलिस मिलन समारोह आयोजित किया गया।  

इस आयोजन में पुलिस अधीक्षक ने समाज के प्रति पुलिस की भूमिका और पत्रकारिता के महत्व पर विस्तृत रूप से चर्चा की। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता समाज का आईना होती है, जो लोगों को सच से अवगत कराती है, जबकि पुलिस समाज में शांति और न्याय बनाए रखने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाती है। जब दोनों आपसी समन्वय से कार्य करते हैं, तो समाज में पारदर्शिता, शांति और सुरक्षा बनी रहती है।  

पत्रकारिता और पुलिसिंग: पारस्परिक सहयोग का आधार:

पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन ने अपने संबोधन में कहा कि "पत्रकार और पुलिस, दोनों ही समाज के प्रहरी हैं। यदि पत्रकार निष्पक्ष और निर्भीक होकर कार्य करें, तो समाज को सही दिशा मिलती है, और यदि पुलिस संवेदनशील और न्यायप्रिय होकर कार्य करे, तो नागरिकों का विश्वास बना रहता है। पत्रकारों की निष्पक्ष रिपोर्टिंग और पुलिस की ईमानदारी समाज को अपराध मुक्त और न्यायपूर्ण बनाने में मदद कर सकती है।"

उन्होंने आगे कहा कि पत्रकारिता और पुलिस के बीच संवाद और सहयोग आवश्यक है। पुलिस की पारदर्शिता और मीडिया की सटीक रिपोर्टिंग से न केवल जनता को सही जानकारी मिलती है, बल्कि समाज में अपराध और भ्रष्ट्राचार के खिलाफ जागरूकता भी बढ़ती है।  

पत्रकार सुजीत सिंह का जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया:

कार्यक्रम में पत्रकारों और पुलिस अधिकारियों के बीच सौहार्दपूर्ण वातावरण देखने को मिला। इसी कड़ी में, वरिष्ठ पत्रकार सुजीत सिंह का जन्मदिन भी पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। सभी उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों और पत्रकार साथियों ने केक काटकर उन्हें शुभकामनाएँ दीं।  

कार्यक्रम में सम्माननीय अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति:

इस विशेष अवसर पर कई प्रतिष्ठित पुलिस अधिकारी और वरिष्ठ पत्रकार उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से—  

-उप पुलिस अधीक्षक डॉ. संतोष डेहरिया

-नगर पुलिस अधीक्षक ख्याति मिश्रा

-वरिष्ठ पत्रकार नंदलाल सिंह, अजय शर्मा, आशीष सोनी

-कोतवाली थाना प्रभारी आशीष शर्मा

-कुठला थाना प्रभारी अनूप सिंह

-महिला थाना प्रभारी रश्मि सोनकर

इसके अलावा, विभिन्न थानों के थाना प्रभारी, पत्रकार और समाजसेवी भी बड़ी संख्या में कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।  

पुलिस और पत्रकारों ने किया समाजहित में कार्य करने का संकल्प:

कार्यक्रम के अंत में पुलिस और पत्रकारों ने एक-दूसरे के प्रति सहयोग बढ़ाने और समाजहित में मिलकर कार्य करने के संकल्प को दोहराया। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि यदि पत्रकार और पुलिस पारस्परिक समन्वय के साथ काम करें, तो अपराधों पर अंकुश लगाने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में बड़ा योगदान दिया जा सकता है।  

  पत्रकारिता और पुलिस: लोकतंत्र के दो स्तंभ:  

लोकतंत्र की मजबूती के लिए पत्रकारिता और पुलिसिंग दोनों की निष्पक्षता और ईमानदारी अत्यंत आवश्यक है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि पत्रकारों को अपनी लेखनी की शक्ति का सही उपयोग करना चाहिए, जिससे समाज में जागरूकता बढ़े और नागरिकों को सही जानकारी प्राप्त हो। वहीं, पुलिस को भी अपने कर्तव्यों का निर्वहन न्यायपूर्वक और निष्पक्षता से करना चाहिए, जिससे जनता का उन पर विश्वास बना रहे।  

मिलन समारोह: संवाद और सहयोग की दिशा में महत्वपूर्ण कदम:

इस कार्यक्रम ने पुलिस और पत्रकारों के बीच संवाद और सहयोग को और मजबूत करने का कार्य किया। यह मिलन समारोह केवल एक औपचारिक आयोजन नहीं था, बल्कि यह एक सकारात्मक पहल थी, जिससे समाज में बेहतर समन्वय और पारदर्शिता को बढ़ावा मिलेगा।  


ग्रामीण खबर MP से कटनी संवाददाता दीनदयाल रजक की खास रिपोर्ट।

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