बड़वारा विधायक धीरेन्द्र प्रताप सिंह ने सिलौंडी में सामुदायिक भवन निर्माण की स्वीकृति दी।
20 लाख की लागत से पंचमुखी सेवा न्यास दरबार में बनेगा आधुनिक सामुदायिक भवन।
सिलौंडी, कटनी:
बड़वारा क्षेत्र के विकास को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की दिशा में विधायक धीरेन्द्र प्रताप सिंह ने एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। सिलौंडी प्रवास के दौरान उन्होंने पंचमुखी सेवा न्यास दरबार में सामुदायिक भवन के निर्माण के लिए 20 लाख रुपये की स्वीकृति प्रदान की। यह भवन क्षेत्र की जनता के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन बनेगा, जहां धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियों का आयोजन किया जा सकेगा।
संत दामोदर दास जी का आशीर्वाद और जनता की मांग:
पंचमुखी सेवा न्यास दरबार में पहुंचकर विधायक धीरेन्द्र प्रताप सिंह ने संत श्री दामोदर दास जी महाराज के दर्शन किए और उनका आशीर्वाद लिया। जनता की लंबे समय से चली आ रही मांग और भक्तों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए यह घोषणा की गई। सामुदायिक भवन क्षेत्र के लोगों के लिए एक बहुउद्देशीय मंच प्रदान करेगा, जहां सामूहिक गतिविधियां और जनसहयोग आधारित आयोजन संपन्न हो सकेंगे।
. सामुदायिक भवन से क्या होंगे लाभ?:
यह सामुदायिक भवन न केवल धार्मिक आयोजनों के लिए बल्कि सामाजिक, सांस्कृतिक और शैक्षणिक गतिविधियों के लिए भी उपयोगी साबित होगा। गांव के लोगों को अपने पारंपरिक उत्सवों और सभाओं के आयोजन के लिए उचित स्थान मिलेगा, जिससे सामाजिक एकता और समन्वय को बल मिलेगा।
. उपस्थित जनसमूह और उत्साह का माहौल:
इस घोषणा के समय पंचायत और क्षेत्रीय गणमान्य नागरिकों के साथ सैकड़ों लोग उपस्थित रहे। प्रमुख लोगों में रजनीकांत राय, मंडल अध्यक्ष मनीष बागरी, उपसरपंच राहुल राय, अमरेश नीलू राय, रमाकांत राय, अनिल राय, मुन्ना सोनी, संयोग शास्त्री, रमेश राय, भानु काछी, रमन और राहुल ने भाग लिया। सभी ने विधायक की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह भवन क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर साबित होगा।
. जनता की राय:
घोषणा के बाद स्थानीय निवासियों ने इसे विधायक की जनसेवा और विकासोन्मुखी दृष्टिकोण का प्रतीक बताया। ग्रामीणों ने कहा कि यह भवन न केवल लोगों के जीवन को बेहतर बनाएगा, बल्कि क्षेत्र के विकास की गति को और तेज करेगा।
. विकास की नई दिशा:
इस सामुदायिक भवन का निर्माण सरकार द्वारा संचालित विकास योजनाओं और जनता के साथ मिलकर काम करने की सोच का प्रमाण है। सिलौंडी जैसे ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे प्रयास स्थानीय विकास को बढ़ावा देने के साथ-साथ लोगों को एकजुट करने का अवसर प्रदान करते हैं।