उमरिया पान और आसपास के गांवों में धूमधाम से मनाया गया 76वां गणतंत्र दिवस,देशभक्ति का जज्बा चरम पर।
ग्राम पंचायत से लेकर स्कूलों तक शहीदों को नमन, तिरंगा बना गौरव का प्रतीक।
पुष्कर पब्लिक स्कूल ने 90% से अधिक अंक लाने वाले छात्रों की फीस लौटाकर रचा इतिहास।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और जीवंत झांकियों ने बांधा समां, दर्शकों के दिल जीते।
गणमान्य अतिथियों ने देशभक्ति के संदेश के साथ किया क्षेत्रवासियों को प्रेरित।
उमरिया पान,कटनी:
उमरिया पान और आसपास के गांवों में इस बार 76वां गणतंत्र दिवस अभूतपूर्व उत्साह और देशभक्ति के माहौल के साथ मनाया गया। तिरंगे की शान और राष्ट्रीय भावना से ओतप्रोत हर गांव और स्कूल में कार्यक्रम आयोजित किए गए, जो देश की समृद्ध संस्कृति और इतिहास को दर्शाने वाले थे।
. ग्राम पंचायत का उत्साहपूर्ण कार्यक्रम:
ग्राम पंचायत में सरपंच अटल ब्योहार ने तिरंगा फहराया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और गणमान्य अतिथि शामिल हुए। सरपंच ने अपने भाषण में शहीदों की कुर्बानियों को याद किया और ग्रामवासियों से देश के विकास में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने का आग्रह किया। इस मौके पर देशभक्ति के नारों और गीतों ने माहौल को पूरी तरह राष्ट्रभक्ति से भर दिया।
उत्कृष्ट विद्यालय और कन्या हाई स्कूल में जोश से भरे आयोजन:
उत्कृष्ट विद्यालय के प्राचार्य ने झंडारोहण किया, जिसके बाद छात्रों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से भारत की विविधता और गौरवशाली इतिहास को मंच पर जीवंत कर दिया। कन्या हाई स्कूल में भी इसी जोश और उत्साह के साथ कार्यक्रम आयोजित किए गए। यहां छात्राओं ने नृत्य, नाटक और कविताओं के माध्यम से दर्शकों का मन मोह लिया।
पुष्कर पब्लिक स्कूल: शिक्षा में प्रेरणा का अनोखा उदाहरण:
पुष्कर पब्लिक स्कूल ने इस गणतंत्र दिवस पर एक मिसाल पेश की। स्कूल प्रबंधन ने उन छात्रों को सम्मानित किया, जिन्होंने 90% या उससे अधिक अंक प्राप्त किए। उनकी पूरी साल की फीस चेक के माध्यम से लौटाई गई। इस अनोखे कदम की सराहना क्षेत्र के गणमान्य नागरिकों ने की। सांसद प्रतिनिधि पदमेश गौतम, पूर्व मंडल अध्यक्ष गोविंद प्रताप सिंह, राजेश राजा चौरसिया और राजेश ब्योहार की विशेष उपस्थिति में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस पहल ने छात्रों और अभिभावकों को शिक्षा के प्रति और अधिक प्रेरित किया।
सरस्वती स्कूल और अन्य स्थानों पर भी दिखा उत्साह:
सरस्वती स्कूल में प्राचार्य आर.के. दीक्षित ने झंडारोहण किया और बच्चों द्वारा प्रस्तुत किए गए देशभक्ति के गीतों और नृत्यों ने सभी को भावुक कर दिया। झंडा चौक पर भी तिरंगा फहराया गया, जहां मौजीलाल पौराणिक ने मुख्य भूमिका निभाई। आसपास के सभी स्कूलों में भी इसी तरह झंडारोहण और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए।
. झांकियां बनीं आकर्षण का केंद्र:
गणतंत्र दिवस के अवसर पर निकाली गई झांकियां दर्शकों के आकर्षण का मुख्य केंद्र रहीं। इन झांकियों में भारतीय संस्कृति, स्वतंत्रता संग्राम के नायकों, आधुनिक भारत के विकास, और स्वच्छ भारत अभियान जैसे विषयों को रचनात्मक तरीके से प्रस्तुत किया गया।
बच्चों की प्रस्तुतियों ने दर्शकों को भावविभोर किया:
कार्यक्रम के दौरान नन्हे-मुन्ने बच्चों ने अपने नृत्य और गीतों के जरिए दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। छोटे-छोटे बच्चों की प्रस्तुतियों में उनके उत्साह और समर्पण ने हर किसी का दिल जीत लिया।
गणतंत्र दिवस का महत्व और प्रेरणादायक संदेश:
हर आयोजन के दौरान वक्ताओं ने गणतंत्र दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने संविधान, लोकतंत्र और देशभक्ति की भावना को बनाए रखने का संदेश दिया। इस अवसर पर विशेष रूप से युवा पीढ़ी को शिक्षा और समाजसेवा के लिए प्रेरित किया गया।
. कार्यक्रम का समापन:
सभी स्कूलों और पंचायतों में झंडारोहण के बाद प्रसाद वितरण किया गया। बच्चों, अभिभावकों और स्थानीय नागरिकों के उत्साह और सक्रिय भागीदारी ने कार्यक्रम को और अधिक सफल और यादगार बना दिया। इस गणतंत्र दिवस ने न केवल देशभक्ति के प्रति सभी को प्रेरित किया बल्कि क्षेत्र में एकजुटता और प्रगति का संदेश भी दिया।