आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज की प्रथम समाधि दिवस पर सुवर्ण प्राशन संस्कार शिविर का आयोजन।
सिहोरा:
आचार्य 108 समय सागर जी के मंगल आशीर्वाद एवं निर्यापक मुनि संभव सागर जी महाराज के प्रेरणा से जैन समाज सिहोरा द्वारा सुवर्ण प्राशन संस्कार शिविर का सफल आयोजन।
सिहोरा, 15 जनवरी 2025 – आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज की प्रथम समाधि दिवस के पावन अवसर पर जैन समाज सिहोरा के तत्वाधान में सुवर्ण प्राशन संस्कार शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर आचार्य 108 समय सागर जी महाराज के मंगल आशीर्वाद और निर्यापक मुनि संभव सागर जी महाराज के संसंघ प्रेरणा से आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन पूर्ण आयु आयुर्वेद चिकित्सालय अनुसंधान एवं विद्यापीठ के सहयोग से पुष्प नक्षत्र के शुभ अवसर पर किया गया।
सुवर्ण प्राशन संस्कार, ऋषि मुनियों द्वारा निर्धारित 16 संस्कारों में से एक महत्वपूर्ण संस्कार है, जिसे आधुनिक समय में इम्यूनिटी बूस्टर के रूप में भी जाना जाता है। यह औषधि सोने की भस्म, तुलसी, मुलेठी, अश्वगंधा सहित अनेक औषधियों के मिश्रण से तैयार की जाती है। इसके सेवन से बच्चों की स्मरण शक्ति, रोग प्रतिरोधक क्षमता, वजन और लंबाई में वृद्धि होती है, साथ ही उनकी हड्डियां भी मजबूत बनती हैं।
इस विशेष अवसर पर जैन समाज खितौला और सिहोरा द्वारा शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों में सुवर्ण प्राशन औषधि पिलाई गई। सी. एम. स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में विधायक संतोष बढ़करे और नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती संध्या दिलीप दुबे उपस्थित रहीं, जिन्होंने कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
इस कार्यक्रम में जैन समाज के अध्यक्ष मनोज जैन, कार्यकारी अध्यक्ष गौ शाला गोसलपुर अनिल जैन, प्राचार्य जे.एल. खांडे, और अन्य विशिष्ट अतिथियों सहित समाज के गणमान्य सदस्य उपस्थित थे। कार्यक्रम में शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं अन्य समाजसेवियों ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया, जिनमें रविन्द्र जैन, अंकुर जैन, नीरज जैन, अंकित जैन, सचिन जैन, रूपेश जैन, राहुल जैन, गरिमा, पल्लवी, शिल्पा, सरोज, राखी, जयप्रकाश तिवारी, बलराम बर्मन, मंजू दुबे, लीलावती उरमलिया, और सरोज पटेल प्रमुख रहे।
सुवर्ण प्राशन संस्कार शिविर के आयोजन से क्षेत्र में स्वास्थ्य और संस्कार दोनों के प्रति जागरूकता बढ़ी है। इस पुनीत कार्य के लिए जैन समाज के सदस्यों ने एकजुट होकर इसे सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।