आख़री गाँव तक नहीं पहुंचा नहर का पानी, किसान परेशान।
पानी की किल्लत से जूझ रहे गांव, किसानों ने दी आंदोलन की चेतावनी।
शमशाबाद (संजय सागर डैम),
संजय सागर डैम से नहर का पानी छोड़े एक महीने से अधिक समय हो चुका है, लेकिन आखिरी गांवों तक अब तक पानी नहीं पहुंचा है। बेलानारा, मुंडारी, रायपुर, खैराई, ताज खजूरी, घटबाई और अन्य ग्रामों की नहरें अब भी सूखी पड़ी हैं। इस स्थिति से किसानों और ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
किसानों की गुहार:
ग्राम ताज खजूरी के किसान नवल सिंह रघुवंशी ने बताया कि पानी की आस में एक महीने से अधिक समय बीत गया, लेकिन नहर में अब तक एक बूंद पानी नहीं आया। ग्राम खैराई के हिम्मत सिंह रघुवंशी ने बताया कि क्षेत्र के ट्यूबवेल और बोर का जलस्तर भी गिर चुका है। हालात इतने गंभीर हो गए हैं कि कुएं और गांव के नल सूख चुके हैं, जिससे पीने के पानी की भी भारी किल्लत हो रही है।
पानी के लिए संघर्ष:
गांव के किसान ओमकार कुशवाहा, हीरालाल जाटव, गणेश राम वंशकार, ओम प्रकाश जाटव, सुरेश जाटव, किशन वंशकार, भगवान सिंह जाटव और पूरन सिंह रघुवंशी ने बताया कि प्रशासन द्वारा नहरों की सफाई भी नहीं कराई गई है, जिससे पानी के पहुंचने में और अधिक देरी हो रही है।
चक्का जाम की चेतावनी:
किसानों ने शासन-प्रशासन से मांग की है कि नहरों में तुरंत पानी छोड़ा जाए। यदि जल्द ही खेतों तक पानी नहीं पहुंचा, तो समस्त किसान आंदोलन करने और चक्का जाम करने को मजबूर होंगे। किसानों ने स्पष्ट किया कि इस आंदोलन की जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।
प्रशासन से अपेक्षा:
क्षेत्र के किसानों ने शासन-प्रशासन से अपील की है कि उनकी समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान किया जाए। नहर में पानी न होने से खेती और घरेलू जरूरतें बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं। अगर समय रहते इस संकट का समाधान नहीं हुआ, तो किसान बड़ी कठिनाइयों का सामना करने के लिए मजबूर होंगे।