वीर बाल दिवस: धर्म और सिद्धांतों की रक्षा हेतु साहिबजादों का सर्वोच्च बलिदान।
कटनी:
26 दिसंबर को पूरे देश में गुरु गोविंद सिंह जी के दो छोटे साहिबजादों, बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह की शहादत को स्मरण करते हुए वीर बाल दिवस मनाया गया। नन्ही उम्र में इन साहसी बालकों ने धर्म और सिद्धांतों की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देकर इतिहास में वीरता का एक अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा, कटनी में भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष दीपक सोनी टंडन के निर्देश एवं जिला कार्यक्रम संयोजक रणवीर करण के मार्गदर्शन में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। इस दौरान वीर साहिबजादों की शहादत को नमन करते हुए विशेष अरदास की गई।
कार्यक्रम में भाजपा जिला अध्यक्ष दीपक सोनी टंडन, जिला उपाध्यक्ष रणवीर करण, अंकिता तिवारी, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य एवं जिला सह प्रभारी दिलराज अमर सिंह, मुडवारा मंडल अध्यक्ष रजत जैन, मंडल उपाध्यक्ष शांतनु दत्ता सहित कई गणमान्य सदस्य और गुरुद्वारा सभा के सदस्य उपस्थित रहे।
सांस्कृतिक धरोहर को बचाने का संदेश
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए दिलराज अमर सिंह ने कहा कि वीर बाल दिवस देश के वीर और साहसी इतिहास की सच्ची श्रद्धांजलि है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे अपने गौरवशाली इतिहास से प्रेरणा लें और अपनी संस्कृति व परंपराओं को संरक्षित रखें। उन्होंने कहा कि मुगल शासकों ने सनातन धर्म को समाप्त करने के कई प्रयास किए, लेकिन गुरु गोविंद सिंह जी ने अपने चारों पुत्रों को बलिदान कर सनातन संस्कृति की रक्षा की।
समर्पण और बलिदान का प्रतीक
बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह की शहादत केवल इतिहास नहीं, बल्कि आज भी यह हमारे जीवन मूल्यों और सिद्धांतों के लिए प्रेरणा है। उनकी वीरता और बलिदान देशवासियों को अपनी संस्कृति और धर्म की रक्षा के लिए सदैव प्रेरित करते रहेंगे।