ग्राम पंचायत घुघरी,पूर्व सरपंच प्रमोद गौतम पर घोटाले का आरोप,जांच में प्रशासन की लापरवाही।
उमरियापान:-जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा के अंतर्गत,ग्राम पंचायत घुघरी में भ्रष्टाचार का गंभीर मामला सामने आया है।ग्रामवासियों का आरोप है कि पूर्व सरपंच प्रमोद गौतम ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए,पंचायत की राशि का आहरण कर लिया।जबकि संबंधित कार्य अब तक पूरे नहीं हुए।तथा एक ही रोड को तीन बार बनाया गया कागज मैं।ग्रामवासियों के अनुसार,प्रमोद गौतम ने अपने भतीजे दीपू गौतम को रोजगार सहायक के पद पर नियुक्त कर,योजनाओं की राशि का दुरुपयोग किया।जब ग्रामवासियों ने इस मामले की शिकायत जनपद पंचायत के अधिकारियों,और सी ई ओ से की,तो जांच तो शुरू हुई,लेकिन प्रशासनिक लापरवाही के चलते जांच अधूरी रह गई।
जनपद कर्मचारियों पर मिलीभगत का आरोप।
ग्रामवासियों का कहना है कि शिकायत के बावजूद जांचकर्ताओं ने सही तरीके से कार्रवाई नहीं की।प्रमोद गौतम पर भाजपा नेताओं का संरक्षण होने का आरोप भी लगाया जा रहा है।ग्रामीणों ने यह भी दावा किया कि जनपद पंचायत के कर्मचारियों को कथित रूप से रिश्वत दी गई।जिससे जांच में अड़चनें आ रही हैं।
पिछले रोजगार सहायक पर भी गंभीर आरोप।
पिडरई निवासी और पूर्व रोजगार सहायक रविंद्र तिवारी पर भी घोटाले के आरोप हैं।ग्रामीणों ने मांग की है कि रविंद्र तिवारी और दीपू गौतम की सेवा समाप्त की जाए।और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
प्रदर्शन की चेतावनी।
ग्रामवासियों ने स्पष्ट किया है कि यदि प्रमोद गौतम और उनकी टीम के खिलाफ,निष्पक्ष जांच नहीं हुई,तो वे उग्र प्रदर्शन करेंगे।उनका कहना है कि प्रशासन का रवैया सवालों के घेरे में है।
प्रशासन के लिए चुनौती।
यह मामला प्रशासनिक निष्पक्षता की परीक्षा बन चुका है।सवाल उठ रहे हैं,कि क्या प्रमोद गौतम का राजनीतिक दबदबा प्रशासन से अधिक है।यदि ऐसा है,तो जनपद पंचायत के कर्मचारियों को अपनी जिम्मेदारी छोड़ देनी चाहिए।
ग्रामवासियों की मांग।
प्रमोद गौतम की निष्पक्ष जांच।दीपू गौतम और रविंद्र तिवारी की सेवा समाप्ति।
जांच में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई।
मुख्यमंत्री से होगी शिकायत।
ग्रामवासियों ने मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाने का निर्णय लिया है।उनका कहना है,कि अब उनकी आवाज शासन के शीर्ष स्तर तक पहुंचाई जाएगी।