नीम का पेड़ गिरने से घायल स्कूली बच्चों से मिले कलेक्टर और एसपी, आर्थिक मदद और निःशुल्क इलाज के आदेश।

 नीम का पेड़ गिरने से घायल स्कूली बच्चों से मिले कलेक्टर और एसपी, आर्थिक मदद और निःशुल्क इलाज के आदेश।

गंभीर घायल बच्चों को 10-10 हजार और अन्य को 5-5 हजार की आर्थिक सहायता।

घायलों के लिए निःशुल्क इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित।

प्रशासन का तत्काल एक्शन, बासौदा के पुरवाई चक्क में हुआ हादसा।

विदिशा, बासौदा:

बासौदा तहसील के ग्राम पुरवाई चक्क में शासकीय माध्यमिक शाला के प्रांगण में अचानक एक नीम का पेड़ गिरने से छह स्कूली बच्चे घायल हो गए। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की जानकारी मिलने पर जिला कलेक्टर रौशन कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक तुरंत जिला अस्पताल पहुंचे और घायलों का हालचाल जाना।

              प्रशासन द्वारा त्वरित कार्रवाई:

घटना के बाद प्रशासन ने तुरंत हरकत में आते हुए घायल बच्चों के इलाज के लिए निःशुल्क प्रबंध सुनिश्चित किया। डिप्टी कलेक्टर संतोष बिटौलिया ने बताया कि कलेक्टर ने आर्थिक सहायता के आदेश भी जारी कर दिए हैं।

                आर्थिक सहायता का विवरण:

       1.गंभीर घायल बच्चे (10-10 हजार की                सहायता):

अंजली गुर्जर (कक्षा 8वीं)

देव अहिरवार (कक्षा 4थी)

विपिन आदिवासी (कक्षा 3री)

2.आंशिक घायल बच्चे 5-5 हजार की सहायता:

उमेश प्रजापति (कक्षा 5वीं)

शिवम अहिरवार (कक्षा 3री)

वैष्णवी अहिरवार (कक्षा 3री)

       प्राथमिकता पर इलाज और सहायता:

प्रशासन ने घायलों को जिला अस्पताल में प्राथमिकता से उपचार दिलाने की व्यवस्था की। गंभीर घायल बच्चों की स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों की विशेष टीम द्वारा उनका इलाज किया जा रहा है।

                    कलेक्टर का बयान:

कलेक्टर रौशन कुमार सिंह ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। घायलों को हरसंभव मदद दी जा रही है। उन्होंने शिक्षण संस्थानों में पुराने और कमजोर पेड़ों की जांच के निर्देश भी दिए हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।

                  ग्रामीणों की प्रतिक्रिया:

गांव के लोगों ने प्रशासन के त्वरित कदमों की सराहना की और उम्मीद जताई कि घायल बच्चे जल्द स्वस्थ होंगे। ग्रामीणों ने स्कूल परिसर में सुरक्षा उपायों को और बेहतर बनाने की मांग की।

                          निष्कर्ष:

इस घटना ने स्कूल परिसरों में सुरक्षा और निगरानी के महत्व को रेखांकित किया है। प्रशासन की त्वरित कार्रवाई और आर्थिक सहायता ने पीड़ित परिवारों को राहत दी है। उम्मीद है कि यह कदम भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए एक मिसाल बनेगा।


रिपोर्टर:
यशवंत सिंह रघुवंशी, ग्रामीण खबर एमपी।

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