उपार्जन केन्द्रों की लापरवाही पर कार्रवाई, 3 प्रशासकों और 10 प्रभारियों को नोटिस।
धान खुले में रखने और अव्यवस्थाओं पर 15 दिन का वेतन कटौती, उपार्जन केन्द्रों के निरीक्षण में मिली गंभीर खामियां।
कटनी:
जिले में हाल ही में हुई असामयिक वर्षा के बाद जिला उपार्जन समिति ने विभिन्न धान उपार्जन केन्द्रों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई उपार्जन केन्द्रों पर भारी लापरवाही सामने आई। सहायक आयुक्त सहकारिता राजयशवर्धन कुरील ने बताया कि विपणन उमरियापान, कुदवारी उमरियापान, पौड़ीकलां ढीमरखेड़ा, झिन्नापिपरिया, खमतरा, भजिया, विलायतकलां केन्द्र क्र. 01 एवं क्र. 02, विपणन बड़वारा और नन्हवारासेझा उपार्जन केन्द्रों पर निरीक्षण किया गया।
जांच में पाया गया कि कई केन्द्रों पर भारी मात्रा में धान खुले में पड़ा था, जिसे तिरपाल से ढका नहीं गया था। इसके चलते असमयिक बारिश में धान भीगने से नुकसान हुआ। इस लापरवाही के लिए इन केन्द्रों के प्रभारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं।
वेतन कटौती के निर्देश:
धान की सुरक्षा में लापरवाही करने पर पौड़कलां, भजिया, और खमतरा उपार्जन केन्द्र प्रभारियों पर विशेष कार्रवाई की गई। सहायक आयुक्त सहकारिता ने इन प्रभारियों का 15 दिनों का वेतन राजसात करने के निर्देश दिए।
प्रशासकों को भी जारी हुआ नोटिस:
निरीक्षण के दौरान बी पैक्स समितियों के प्रशासकों को उपार्जन केन्द्रों पर अव्यवस्थाओं के लिए स्पष्टीकरण देने का आदेश दिया गया है। सहायक आयुक्त ने स्पष्ट किया कि उपार्जन केन्द्रों पर व्यवस्था सुनिश्चित करना उनकी प्राथमिक जिम्मेदारी है, और इस तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।