मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ शेष अन्य तीनों स्तंभों को मार्ग प्रदर्शित कर सकता है-ब्रह्माकुमारी खुशबू दीदी

 मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ शेष अन्य तीनों स्तंभों को मार्ग प्रदर्शित कर सकता है-ब्रह्माकुमारी खुशबू दीदी

मीडिया को लोगों के जीवन में शांति और मार्गदर्शन के लिए आगे आना होगा।

विदिशा:-पत्रकार समाज का सबसे बुद्धिजीवी वर्ग होता है

प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय चर्च वाली गली वरेठ रोड स्थित सेवा केंद्र द्वारा राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस पर मीडिया सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें स्वस्थ एवं सुखी समाज के लिए आध्यात्मिक सशक्तिकरण में मीडिया की भूमिका विषय पर जोर दिया गया। भोपाल से पधारी ब्रह्माकुमारी खुशबू दीदी ने अपने विचार रखते हुए कहा कि शांति स्थापना करने में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। आपात स्थिति में मीडिया ने सद्भाव का संदेश दिया है सोशल मीडिया से समाज में अशांति का माहौल बन रहा है आज से 40 50 साल पहले लोगों का जीवन बहुत सुख में था हम सीधे तौर पर लोगों से कनेक्ट होते थे अब फिर समय आ गया है कि मीडिया को लोगों के जीवन में शांति और मार्गदर्शन के लिए आगे आना होगा हम उस श्रेणी व संस्कृति से आते हैं जहां कभी देवी देवताओं की दुनिया थी फिर से वही दुनिया लाने के लिए हमें आध्यात्मिक की ओर बढ़ना होगा विधायक हरि सिंह रघुवंशी ने शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ब्रह्माकुमारी परिवार द्वारा भारत सहित पूरे विश्व में सकारात्मक और विश्व शांति के लिए प्रयास किया जा रहा है। संस्था का एक ही उद्देश्य है विश्व शांति अब इसमें मीडिया को भी आगे आना होगा किसी युद्ध में जब मीडिया की भूमिका पॉजिटिव होती है तो वह युद्ध भी समाप्त हो जाते हैं ब्रह्माकुमारी रेखा दीदी ने बताया कि हमारे लोकशाही के तीन स्तंभ की हालत बहुत ही नाजुक है ऐसे में मीडिया को सजग रहने की जरूरत है। मीडिया कई बार चाहते हैं कि मैं दिल से समाज के सामने सच्चाई पेश करें लेकिन कई तरह की दावों के कारण चलते कई बार उसे सच्चाई को बयां नहीं कर पाते हैं लेकिन मीडिया को ऐसी खबरों को बढ़ावा देना होगा जिससे समाज में खुशहाली आए समाज में अहिंसा का माहौल बने अहिंसा का संदेश जाए हर एक पेसे में चुनौतियां रहती हैं और रहेगी लेकिन हमें इनके बीच ही समाज को आगे ले जाने के लिए सोचना होगा हर कोई खुशी और आनंद चाहता है इसमें हमें सहयोगी बनना होगा। आज वैश्विक स्तर पर तनाव का माहौल है ऐसे में मीडिया पर ही सभी की आशा भरी नजरे हैं। हम सभी परमात्मा की संतान है दुनिया विश्व बदलाव की दौड़ से गुजर रहा है परमात्मा का यही संदेश है कि मेरे बच्चों आप महान आत्मा, दिव्य आत्मा, पवित्र आत्मा हो अपने स्वरूप को पहचानो और मुझे निरंतर याद करो स्व परिवर्तन ही विश्व परिवर्तन का आधार है हम यहां मानसिक और शारीरिक ऊर्जा से भरपूर हो जाते हैं आज समाज के प्रति व्यक्ति के साथ पत्रकारों के लिए जीवन में आध्यात्मिकता का समावेश करना जरूरी है। पत्रकार समाज का सबसे बुद्धिजीवी वर्ग होता है जिसे ना तो कोई ज्ञान दे सकता है ना ही कोई बदल सकता है लेकिन पत्रकार को जब उसकी आंतरिक चेतना को परमात्म चेतना के साथ जोड़ा जाए तो पत्रकार को भी बदला जा सकता है। पत्रकारिता का इतिहास गौरवशाली है आजादी की लड़ाई में पत्रकारों ने अपनी कलम से देश को जागृत किया था। आज तो हमारे पास अनेक संसाधन है ईश्वरीय शक्ति मदद करती है तो असंभव को भी संभव बना देती है विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका की क्रियाकलापों पर नजर रखने के लिए मीडिया को चौथे स्तंभ के रूप में जाना जाता है। ब्रह्माकुमारी रुक्मणी दीदी ने चर्चा में बताया कि मीडिया अगर सकारात्मक भूमिका अदा करे तो किसी भी व्यक्ति संस्था समूह और देश को आर्थिक सामाजिक, सांस्कृतिक एवं राजनीतिक रूप से स्वस्थ सुखी और समृद्ध बनाया जा सकता है। दीदी ने कहा मीडिया वास्तव में भगवान के वरदान है जिनको मां सरस्वती एवं सिद्धि विनायक का आशीर्वाद है। उन्होंने आगे कहा मीडिया का प्रभाव ऐसा होता जहां रवि का प्रकाश नहीं पहुंच पता वहां पत्रकारिता पहुंचती है। देश दुनिया में शांति के लिए कलम चलानी है तभी लोकतंत्र का एक छोटा स्तंभ शेष अन्य तीनों स्तंभों को मार्ग प्रदर्शित कर सकता है। व्यवहारिक, सकारात्मक पत्रकारिता के लिए प्रेरित किया पत्रकार भी एक जिम्मेदार नागरिक है इसलिए उन्हें ऐसी खबर परोसनी चाहिए जो शांति और सद्भाव कायम करती है। कार्यक्रम में विधायक सहित नगर पालिका अध्यक्ष शशि यादव, जिला पंचायत सदस्य एवं सभी वरिष्ठ पत्रकारों के बीच यह कार्यक्रम संपन्न हुआ।


ग्रामीण खबर mp से विदिशा जिला ब्यूरो यशवंत सिंह रघुवंशी की रिपोर्ट।

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