पूर्व CM शिवराज को विदिशा से मिला टिकट, 4 बार के मुख्यमंत्री रहे, 5 बार यहीं से बने थे सांसद, जानें राजनीतिक सफर

 पूर्व CM शिवराज को विदिशा से मिला टिकट, 4 बार के मुख्यमंत्री रहे, 5 बार यहीं से बने थे सांसद, जानें राजनीतिक सफर।

ढीमरखेड़ा |  मध्य प्रदेश की सियासत में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चुनाव में सबसे बड़ा चेहरा हैं। बीजेपी ने एक बार फिर उन पर विश्वास जताया है और उन्हें लोकसभा चुनाव के लिए विदिशा से उम्मीदवार बनाया है। आज बीजेपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 195 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान किया है जिसमें पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान का नाम भी शामिल है। भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेताओं में शुमार शिवराज एमपी में 4 बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं। वह महज 13 साल की उम्र में आरएसएस से जुड़ गए और फिर लगातार कामयाबी हासिल करते रहे। वह सीएम बनने से पहले विदिशा लोकसभा सीट से 5 बार सांसद भी रहे। वह 6 बार विधायक भी रहे हैं। 5 मार्च 1959 को को जन्मे शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश में सबसे अधिक समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले नेता हैं। वह 1972 में 13 साल की उम्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के साथ जुड़ गए।शिवराज सिंह चौहान का जन्म 5 मार्च 1959 को हुआ. उनके पिता का नाम प्रेमसिंह चौहान और माता सुंदरबाई चौहान हैं. उन्‍होंने भोपाल के बरकतउल्लाह विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर (दर्शनशास्त्र) तक स्वर्ण पदक के साथ शिक्षा प्राप्‍त की. सन् 1975 में आदर्श उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, भोपाल (मॉडल हायर सेकेंडरी स्कूल) के छात्रसंघ अध्यक्ष बनें. आपातकाल का विरोध किया और 1976-77 में भोपाल जेल में बंद रहे. अनेक जन समस्याओं के समाधान के लिए आंदोलन किए और कई बार जेल गए. 1977 से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक हैं. वर्ष 1992 में उनका साधना सिंह के साथ विवाह हुआ। उनके दो बेटे हैं। समिति अध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान विभिन्न समितियों के अध्यक्ष भी रहे वर्ष 2004 में कृषि समिति, लाभ के पदों के विषय में गठित संयुक्त समिति के सदस्य, भाजपा संसदीय बोर्ड के सचिव, केन्द्रीय चुनाव समिति के सचिव तथा नैतिकता विषय पर गठित समिति के सदस्य और लोकसभा की आवास समिति के अध्यक्ष रहे।मुख्‍यमंत्री के रूप में शिवराज सिंह चौहान वर्ष 2005 में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किये गये. चौहान को 29 नवम्बर 2005 को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई. प्रदेश की तेरहवीं विधानसभा के निर्वाचन में चौहान ने भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारक की भूमिका का बखूबी निर्वहन कर विजयश्री प्राप्त की. चौहान को 10 दिसम्बर 2008 को भारतीय जनता पार्टी के 143 सदस्यीय विधायक दल ने सर्वसम्मति से नेता चुना. चौहान ने 12 दिसम्बर 2008 को भोपाल के जंबूरी मैदान में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री पद और गोपनीयता की शपथ ग्रहण की। शिवराज सिंह मुख्‍यमंत्री के रूप में रिकार्ड शिवराज सिंह मध्‍यप्रदेश में सबसे लम्‍बे समय तक मुख्‍यमंत्री के रूप मे कार्यभार संभालने वाले पहले मुख्‍यमंत्री हैं, शिवराज ने 13 वर्ष 17 दिन का मुख्‍यमंत्री का कार्यभारत सम्‍भाला है. 2018 में व‍ह 15 महिने के बाद फिर से मुख्‍यमंत्री के पद शपथ ली. इसके अलावा मध्‍य प्रदेश मे सबसे ज्‍यादा बार मुख्‍यमंत्री बनने का रिकार्ड भी उन्‍होंने अपने नाम कर लिया है. 23 मार्च को शिवराज जी ने चौथी बार मुख्‍यमंत्री पद की शपथ ली थी. इसके पहले ये रिकार्ड अर्जुन सिंह और श्‍यामाचरण शुक्‍ल जी के पास था. ये मध्‍य प्रदेश के तीन-तीन बार मुख्‍यमंत्री रह चुके हैं। 24 मार्च 2020 शिवराज सिंह चौहान ने चौथी बार ज्योतिरादित्य सिंधिया गुट के विधायकों के समर्थन से मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ चौथी बार ली।


             चीफ एडिटर:-अज्जू सोनी 

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