शासकीय तिलक स्नातकोत्तर महाविद्यालय में परिचर्चा का आयोजन।
कटनी:-शासकीय तिलक स्नातकोत्तर महाविद्यालय कटनी के प्राचार्य डॉक्टर सुधीर खरे के निर्देशन एवं अर्थशास्त्र विभाग के विभाग अध्यक्ष डॉ लक्ष्मी नायक के मार्गदर्शन में बुधवार को अर्थशास्त्र विभाग में किसान आंदोलन एवं न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर परिचर्चा का आयोजन किया गया।
विभाग अध्यक्ष डॉ लक्ष्मी नायक ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए विषय प्रवर्तन कराया एवं किसान आंदोलन के आर्थिक औचित्य पर चर्चा की गई। कार्यक्रम में विशिष्ट वक्ता डॉ धीरज खरे ने किसानों की सभी मांगों से विद्यार्थियों को अवगत कराया। कार्यक्रम के विशिष्ट वक्ता डॉ अजय कुररिया ने किसानों की मांगों के आर्थिक औचित्य से सभी को परिचित कराया। परिसर में मुख्य वक्ता डॉ सुनील कुमार त्रिपाठी ने किसानों की प्रमुख मांग - एमएसपी की कानूनी गारंटी - पर विस्तृत चर्चा किया। डॉक्टर त्रिपाठी ने एमएसपी की अवधारणा, और उसके विकास पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए एमएसपी निर्धारण के फार्मूले पर चर्चा किया।
मुख्य वक्ता द्वारा बताया गया कि भारत के लगभग तीन चौथाई किसान सीमांत किसान हैं जिस कारण उनकी उपज बहुत कम होती है। वे अपनी उपज कम होने के कारण एमएसपी का लाभ उठाने में सक्षम नहीं हैं। अतः सरकार को कृषि क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास पर खर्च बढ़ना चाहिए साथ ही स्थानीय स्तर पर खाद्य प्रसंस्करण उद्योग स्थापित करके स्थानीय स्तर पर ही फसलों की खरीद करनी चाहिए। इससे किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिलेगा साथ ही साथ उन्हें गैर कृषि समय में रोजगार की प्राप्ति होगी जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार होगा। कार्यक्रम में विभाग के शिक्षकों के साथ परास्नातक के विद्यार्थी उपस्थित रहे।