विद्यालय में अश्लील गाने पर डांस वाले मामले में जांच में चल रही लीपा पोती

विद्यालय में अश्लील गाने पर डांस वाले मामले में जांच में चल रही लीपा पोती।

कटनी:-ढीमरखेड़ा जनपद शिक्षा केंद्र अंतर्गत आने वाले शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय दशरमन में फेयरवेल पार्टी के दिन 1 फरवरी को विद्यालय परिसर में शिक्षकों सहित बच्चों का अश्लील गाने में डांस का वीडियो वायरल हो रहा था विद्यालय परिसर के अंदर फुहड़ता भरे गाने चलाए गए थे जिसमें स्वयं विद्यालय की प्राचार्य रेखा नामदेव उपस्थित थी जिनके द्वारा इस आसामाजिक कृत पर रोक ना लगाते हुए पूर्ण सहमति से फूहड़ता वाले दर्जनों गाना चलाए गए थे जिसमे शिक्षकों द्वारा साड़ी पहनने का फुटेज भी वायरल हुआ था पूरा मामला मीडिया में प्रकाश में आने के बाद अधिकारियों द्वारा कार्यवाही का आश्वासन दिया गया था ब्लॉक शिक्षा अधिकारी द्वारा प्राचार्य को नोटिस भी काटा गया था प्रचार के जवाब में शिक्षकों एवं जिम्मेदारों द्वारा गलती स्वीकार की गई लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों की जांच एवं कार्यवाही में लीपापौती नजर आ रही है

बड़वारा विधायक ने दिया था कार्यवाही का आश्वासन

इस गंभीर मामले को देखते हुए ग्रामीणों द्वारा बड़वारा विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह से मामले की शिकायत की थी विधायक द्वारा आश्वासन दिया गया था कि जो भी इस मामले पर जिम्मेदार होंगे उनके ऊपर कार्यवाही की जाएगी देखने लायक बात यह है कि राज्य शासन निर्देश और विधायक के आश्वासन पर जिम्मेदार अधिकारी कितने खरे उतरते हैं
बिना अभिभावकों की जानकारी के बच्चों के लिए बयान

      ग्रामीणों ने बताया निंदनीय है कृत्य 

प्राप्त जानकारी के अनुसार मामला मीडिया में हाईलाइट होने के बाद विद्यालय संचालन एवं शिक्षकों द्वारा कार्यवाही से बचने के लिए बच्चों को पुनः स्कूलों में बुलाकर परीक्षा का दबाव बनाकर विद्यालय के पक्ष में आवेदन लिखने का दबाव बनाया गया की यह स्कूल में फिल्मी गाने हमारे कहने पर बजाए गए लेकिन प्रश्न यह उठता है कि बच्चों के कहने पर विद्यालय परिसर में कुछ भी नहीं किया जा सकता है विद्यालय के प्रिंसिपल  को इस ध्यान का ध्यान रखना चाहिए विद्यालय राइट टू एजुकेशन के नियम अनुसार एवं राज्य शिक्षा मंडल के निर्देशन के नियमावली के अनुसार संचालित होता है और नियम अनुसार शासकीय विद्यालय में फिल्मी और फुहड़ता गाने बजाना पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है राज्य शासन की पत्र में यह पूर्णत प्रतिबंधित किया गया है
इस मामले में जब ग्रामीणों से एवं समाजसेवियों से वरिष्ठ लोगों से चर्चा की गई तो उन्होंने चर्चा में बताया कि इस प्रकार का कृत्य विद्यालय में पहले कभी नहीं किया गया है और इस प्रकार की फुहड़ता बर्दाश्त नहीं की जाएगी प्रशासन को मामले को गंभीरता से लेते हुए और जन भावनाओं का ख्याल रखते हुए जिम्मेदारों के ऊपर उचित कार्यवाही करनी चाहिए वहीं मुख दर्शक बनी प्राचार्य के ऊपर भी कार्यवाही होनी चाहिए इस पूरे मामले में मुख्य जिम्मेदार विद्यालय की प्राचार्य नजर आ रही है और साथ ही जो अतिथि शिक्षक इस कार्य में शामिल हैं उनके ऊपर भी कार्रवाई होनी चाहिए

        

             चीफ एडिटर:-अज्जू सोनी 

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