एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट में सुरक्षित रहेगा हर स्टूडेंट का रिकॉर्ड, दी गई । से संबंधित जानकारी बताए गए इसके फायदे

 एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट में सुरक्षित रहेगा हर स्टूडेंट का रिकॉर्डदी गई ।  से संबंधित जानकारी बताए गए इसके फायदे

एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट में सुरक्षित रहेगा हर स्टूडेंट का रिकॉर्ड, दी गई ।  से संबंधित जानकारी बताए गए इसके फायदे

कटनी (6 दिसंबर) - शासकीय महाविद्यालय बरही में प्राचार्य प्रो. आर. के. त्रिपाठी के मार्गदर्शनडॉ एस एस धुर्वे के निर्देशन एवं प्रभारी डॉ अरविंद सिंह के नेतृत्व मे एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट से संबंधित जानकारी प्रदान करने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गयाकार्यक्रम में डॉ. एस. एस. धुर्वे द्वारा बताया गया कि एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट एक वर्चुअल स्टोर-हाउस हैजो हर स्टूडेंट के डेटा का रिकॉर्ड रखेगा। जिसके लिए कॉलेज और यूनिवर्सिटीज को एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट स्कीम में अपना रजिस्ट्रेशन करना होगाजिसके बाद वहां पढ़ने वाले हर स्टूडेंट का डेटा स्टोर होना शुरू हो जाएगा। प्रभारी डॉ अरविंद सिंह ने बताया कि देश की शिक्षा नीति में 34 साल बाद बदलाव किया गया हैजिसमें प्राइमरी स्कूल से लेकर हायर एजुकेशन में एडमिशन लेने तक नई शिक्षा नीति में काफी कुछ बदलाव किए गए हैंजिसके तहत एकेडमिक बैंक में स्टूडेंट का अकाउंट खोला जाएगाजिसके बाद उसे एक स्पेशल प्क् और स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (ैव्च्) का पालन करना होगास्टूडेंट्स के एकेडमिक अकाउंट में उच्च शिक्षा संस्थान स्टूडेंट्स को उनके द्वारा किए जा रहे पाठ्यक्रमों के लिए क्रेडिट दिया जाएगायह सारी प्रक्रिया नई शिक्षा नीति को लचीला बनाने के लिए लागू की गई हैसतीश तिवारी द्वारा एकेडमिक बैंक में पंजीयन प्रक्रिया की जानकारी विस्तार से दी गईसाथ ही बताया गया कि स्टूडेंट्स के पास कॉलेज में मल्टिपल एंट्री और एक्जिट का ऑप्शन होगाइसमें ग्रेजुएशन के लिए 3 से 4 साल के आधार पर डॉक्यूमेंटेशन रखा गया हैएक साल पर सर्टिफिकेट, 2 साल पर एडवांस डिप्लोमा, 3 साल पर ग्रेजुएट डिग्री और 4 साल के बाद रिसर्च के साथ ग्रेजुएशन की डिग्री मिलेगी।ठब् में स्टोर क्रेडिट की अधिकतम शेल्फ लाइफ 7 साल होगीइसके बाद इसका फायदा नहीं मिलेगा। यदि इंस्टीट्यूशन में अलग नियम हैं तो उसका फायदा छात्रों को मिल सकता हैइस योजना का फायदा किसी भी इंस्टीट्यूट का छात्र उठा सकता हैशर्त सिर्फ इतनी है कि इंस्टीट्यूट ने अपना रजिस्ट्रेशन इस स्कीम के तहत कराया होअलग-अलग संस्थानों में सभी कोर्स नहीं होतेइसलिए किसी भी इंस्टीट्यूट को इसमें शामिल होने की छूट दी गई है। स्टूडेंट को सर्टिफिकेटडिग्री या डिप्लोमा बैंक में जमा हो रहे क्रेडिट के आधार पर मिलेंगे। कार्यक्रम में डॉ. एस. एस. धुर्वेसुश्री प्रियंका तोमरडॉ रश्मि त्रिपाठीडॉ. सुनीता सिंहडॉ. के. के. विश्वकर्माडॉ. राकेश दुबेडॉ आर जी सिंहडॉ मंजुलता साहूडॉ. नीलम चतुर्वेदीडॉ शिवानी बर्मनडॉ. के. के. निगमश्री मनीष मिश्राश्रीमती रूपा शर्माश्री पवन दुबेश्री अनुराग सोनी,  कैश अंसारीश्रीमती अनीता सिंहऋषभ त्रिपाठीश्री कृष्णपाल सिंहसौरभ सिंहसोनम पाण्डेरावेंद्र साकेतसुश्री संतोषी तिवारीपुष्पलता विश्वकर्माआशीष शर्माचंद्रभान विश्वकर्माआशीष तिवारीमहिमा तिवारीअजय सेनसतीश विश्वकर्मारवि साहू तथा स्टॉफ के अन्य सदस्य एवं रा. से. यो. स्वयंसेवक एवं विद्यार्थी उपस्थिति रहे।


चीफ एडिटर:-अज्जू सोनी 

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