सी.ई.ओ श्री गेमावत नें प्रोजेक्ट पंख केन्द्र का किया निरीक्षण
कटनी (12 दिसंबर) - जिले के युवाओं को तकनीक की मुख्य धारा से जोड़ने हेतु जि़ला प्रशासन द्वारा नवाचार प्रोजेक्ट पंख का क्रियान्वयन किया जा रहा है, इस प्रोजेक्ट के तहत ड्रोन तकनीक का संपूर्ण प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। इसी तारतम्य में सोमवार को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जि़ला पंचायत शिशिर गेमावत द्वारा प्रोजेक्ट पंख केंद्र का भ्रमण कर प्रशिक्षणार्थियों से चर्चा की गई एवं आवश्यक निर्देश प्रदान किए गए ।
ड्रोन सिम्युलेटर की जानी कार्यप्रणाली
निरीक्षण के दौरान जिला प्रबंधक ई- गवर्नेंस सौरभ नामदेव ने श्री गेमावत को अत्याधुनिक ड्रोन लैब में स्थापित ड्रोन सिम्युलेटर की कार्यप्रणाली के बारे में बारीकी से जानकारी दी। प्रोजेक्ट पंख के छात्रों नें सिम्युलेटर की विस्तृत जानकारी देते हुये बताया कि विभिन्न मौसम परिस्थितियों, हवा दबाव, अलग प्रकार के ड्रोन, ड्रोन में ख़राबी के दौरान सॉफ्ट लैंडिंग इत्यादि परिस्थितियों में ड्रोन उड्डयन का गहन अनुभव उन्हें प्राप्त हुआ है। इस दौरान श्री गेमावत द्वारा मास्टर सिम्युलेटर में स्वयं वर्चुअल ड्रोन उड़ा कर भी देखा ।
क्लासरूम व लैब का किया निरीक्षण
सी.ई.ओ श्री गेमावत नें ड्रोन प्रशिक्षणार्थियों हेतु निर्मित उच्च गुणवत्ता युक्त क्लासरूम व अत्याधुनिक सेंटर ऑफ़ एक्सिलेंस लैब का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने लैब में स्थापित विभिन्न उपकरणों के बारे में जाना व थ्रीडी प्रिंटर से ड्रोन के उपकरण बनाए जाने की भी प्रक्रिया का अवलोकन किया।
छात्रों ने किया अपने ज्ञान का प्रदर्शन, अनुभव किए साझा
इस दौरान प्रोजेक्ट पंख के प्रशिक्षणार्थी काफ़ी उत्साहित दिखाई दिए। उन्होंने अभी तक सीखे गए अपने ज्ञान को श्री गेमावत से साझा किया, ड्रोन तकनीक के क्षेत्र में छात्रों के उन्नत ज्ञान को देख कर श्री गेमावत काफ़ी प्रभावित हुए एवं उन्होंने ट्रेनर्स की मेहनत व छात्रों की लगन को सराहना की। छात्रों में श्री गेमावत के साथ सेल्फ़ी लेने की भी होड़ दिखाई दी । प्रशिक्षणार्थी जयकांत द्वारा आकस्मिक स्थिति एवं उपकरण फेल होने पर की जाने वाली ड्रोन इमरजेंसी लैंडिंग का प्रदर्शन करके दिखाया। श्री गेमावत ने छात्रों के अनुरोध पर उनके द्वारा बनाये गये ड्रोन को उड़ा कर भी देखा एवं छात्रों के तकनीकी कौशल की प्रशंसा की।
छात्रों में दिखी तकनीकी विशेषज्ञ की झलक
प्रोजेक्ट पंख अन्तर्गत प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत प्रशिक्षणार्थी विभिन्न प्रकार के ड्रोन का निर्माण स्वयं करने में जुटे हुए हैं, इस दौरान छात्रों नें श्री गेमावत को अपने ड्रोन के बारे में जानकारी दी। छात्र सूर्यकांत, संस्कार, अंजली एवं आकांक्षा ने बताया कि वे अनुभवी प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन में ड्रोन में इस्तेमाल होने वाला सबसे जटिल एवं मुख्य उपकरण फ़्लाईट कण्ट्रोलर का निर्माण कर रहे हैं, जिसमें उन्नत स्तर की प्रोग्रामिंग एवं इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनरिंग का इस्तेमाल होगा। इस तरह का संभवतः यह पहला फ़्लाईट कण्ट्रोलर होगा जिसका इस्तेमाल कर किसी भी ड्रोन की लागत को कम किया जा सकेगा। छात्र शाहरुख़, शिवांश एवं शेख़ राशिद द्वारा अग्नि शामक ड्रोन का निर्माण किया जा रहा है, इन्होंने जानकारी देते हुये बताया कि उनका ड्रोन ऊँची इमारतों में लगी आग को जान जोखिम में डाले बिना बुझाने में सक्षम होगा। इसी तरह नितिन एवं अंशिका कृषि ड्रोन बनाने में जुटे हुए हैं तो वहीं ऋतुराज एवं विपुल डिलेवरी ड्रोन का निर्माण कर रहे हैं। इस दौरान अदिति एवं आकांक्षा ने भी दंगा रोधी व फ़ायर बॉल ड्रोन बनाने की प्रक्रिया के बारे में बताया। श्री गेमावत ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुये छात्रों को उनके प्रोजेक्ट निर्माण हेतु शुभकामनाएँ दी ।
आगामी बैच शीघ्र प्रारंभ करने के दिए निर्देश
सीईओ जि़ला पंचायत शिशिर गेमावत ने निरीक्षण के दौरान जि़ला प्रबंधक ई गवर्नेंस सौरभ नामदेव को आगामी प्रशिक्षण हेतु शीघ्र साक्षात्कार पूर्ण कर बैच तैयार कराये जाने के संबंध में निर्देश किए गए। इस संबंध में जि़ला प्रबंधक ने अवगत कराया कि आगामी बैच हेतु साक्षात्कार की प्रक्रिया पूर्णता की ओर है और इस माह नवीन बैच तैयार कर प्रशिक्षण प्रारंभ कर दिया जाएगा।
आवेदन की प्रक्रिया निरंतर जारी रहेगी
जिला प्रबंधक ई- गवर्नेंस सौरभ नामदेव ने बताया कि प्रोजेक्ट पंख के तहत आवेदन प्राप्त करने की प्रक्रिया सतत चालू है, इच्छुक व्यक्ति शासकीय तिलक महाविद्यालय, शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था, शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज और शासकीय महिला कॉलेज में स्थापित आवेदन केंद्रों में आवेदन जमा करा सकते हैं । विदित हो कि ड्रोन प्रशिक्षण हेतु 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके न्यूनतम 12वी या समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण एवं ड्रोन क्षेत्र में कैरियर बनाने हेतु इच्छुक कोई भी व्यक्ति प्रशिक्षण हेतु आवेदन कर सकेंगे।
चीफ एडिटर:-अज्जू सोनी