विजयराघवगढ़ से संजय सत्येंद्र पाठक, कटनी मुड़वारा विधानसभा से संदीप श्रीप्रसाद को मिली टिकिट
बीजेपी ने किया 136 प्रत्याशियों के नाम घोषित।
कटनी:-मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 17 नवंबर को मतदान होगा और मतगणना 3 दिसंबर को होगी। मध्य प्रदेश में 5.6 करोड़ मतदाता हैं। यहां मुख्य लड़ाई कांग्रेस और भाजपा के बीच है।
जारी सूची के अनुसार विजयराघवगढ़ विधानसभा से संजय सत्येंद्र पाठक, कटनी मुड़वारा से संदीप श्रीप्रसाद जायसवाल,गोविंदपुरा से श्रीमती कृष्णा गौर, इछावर से श्री करण सिंह वर्मा, सीहोर से सुदेश राय, हाटपिपल्या से आशीष गोविन्द शर्मा, देवास से श्रीमती गायत्रीराजे पवांर, सांवेर (अजा) से तुलसीराम सिलावट को उम्मीदवार बनाया गया है।
मध्य प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा ने इससे पहले तीन अलग-अलग सूचियों में 79 उम्मीदवारों की घोषणा की है और अब तक तीन केंद्रीय मंत्रियों सहित कई सांसदों को उम्मीदवार बनाया है। इस प्रकार भाजपा ने अब तक राज्य की कुल 230 में से 136 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। राज्य सरकार में मंत्री नरोत्तम मिश्रा फिर से दतिया विधानसभा से अपनी किस्मत आजमाएंगे। विश्वास सारंग एक बार फिर नरेला से उम्मीदवार बनाए गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर की बहू कृष्णा गौर फिर से गोविंदपुरा से चुनाव लड़ेंगी।
पार्टी के वरिष्ठ नेता जदगीश देवड़ा को मल्हारगढ़, अरविंद सिंह भदौरिया को अटेर, प्रद्युम्न सिंह तोमर को ग्वालियर, गोपाल भार्गव रेहली से और सागर से शैलेन्द्र जैन को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है। मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा के आगामी चुनाव के लिए 17 नवंबर को मतदान होगा और मतों की गिनती तीन दिसंबर को होगी। आयोग के मुताबिक मध्य प्रदेश चुनाव के लिए अधिसूचना 21 अक्टूबर को जारी होगी और नामांकन की आखिरी तारीख 30 अक्टूबर होगी। नामांकन पत्रों की जांच 31 अक्टूबर को की जाएगी और नाम वापस लेने की अंतिम तारीख दो नवंबर होगी।
वर्ष 2018 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 230 सदस्यीय विधानसभा में 114 सीटें जीती थीं और गठबंधन सरकार बनाई थी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस चुनाव में 109 सीटें जीती थीं। कांग्रेस के कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में विधायकों के एक गुट के विद्रोह के चलते कमलनाथ अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सके और मार्च 2020 में उनके नेतृत्व वाली सरकार गिर गई।
सिंधिया गुट के विधायकों के समर्थन से बाद में भाजपा सत्ता में लौटी और शिवराज सिंह चौहान चौथी बार मुख्यमंत्री बने। मध्य प्रदेश में अब तक मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच रहा है। बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी के साथ क्षेत्रीय दल गोंडवाणा गणतंत्र पार्टी का भी प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में प्रभाव है। इस बार के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी भी ताल ठोंकने को तैयार है और उसने अब तक 39 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है।
चीफ एडिटर:-अज्जू सोनी