सरपंच-सचिव की कार्यप्रणाली से नागरिक त्रस्त। ग्राम पंचायत परसेल का मामला

 सरपंच-सचिव की कार्यप्रणाली से नागरिक त्रस्त। ग्राम पंचायत परसेल का मामला

सरपंच-सचिव की कार्यप्रणाली से नागरिक त्रस्त। ग्राम पंचायत परसेल का मामला


लाखों का गबन फिर भी अधिकारियों की बरस रही कृपा, शिकायत पर कार्यवाही नहीं

उमरियापान  ।  चुनाव के समय जिस सरपंच के द्वारा ग्रामीणों को विकास के कई सपने दिखाये गये थे अब उसी सरपंच के द्वारा ग्रामीणों को शासन की योजनाओं से वंचित रख लाखों रूपये का गबन किया जा रहा है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार ढीमरखेड़ा जनपद की ग्राम पंचायत परसेल में भारी अनिमित्ता सरपंच राजेंद्र खरे, सचिव कमलेश हल्दकार और रामचन्द्र यादव के द्वारा की जा रही है जिसमें विकास कार्य के नाम पर राशि आहरित की जा रही है लेकिन हकीकत में उक्त कार्य पूर्ण हुये ही नहीं है। ग्रामीणों के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार जब से सरपंच राजेन्द्र खरे और सचिव कमलेश हल्दकार के द्वारा पंचायत की कमान सौंपी गई है तब शासन की किसी भी योजना  का सही ढंग से संचालन नहीं किया जा रहा है। साथ ही वर्ष 2020-21 में पूर्व सरपंच के समय स्वीकृत  बड़ी माई सामुदायिक भवन राशि 13 लाख मनरेगा कन्वरजेंशन की प्राथमिक राशि 5 लाख रूपये स्वीकृत किये गये थे । एक वर्ष पहले प्राथमिक निर्माण कार्य किया गया लेकिन उक्त आज भी अपूर्ण है और उक्त कार्य अधूरा पड़ा है लेकिन राशि पूरी आहरित कर ली गई। 


जल एवं सफाई के नाम लग रहे फर्जी बिल 

ग्रामीणों द्वारा दिये गये शिकायती पत्र में यह भी आरोप लगाये गये कि जल एवं सफाई के नाम पर राशि लगातार आहरित की जा रही है लेकिन सफाई के आभाव में गांव में जगह जगह कचरे के ढ़ेर लगे हुये है, जबकि पंचायत पोर्टल में संपूर्ण राशि के बिल फर्जी वेंडरों के माध्यम से लगवाये जा रहे है। 

आरटीआई को बना दिया मजाक 

सरपंच सचिव और रोजगार सहायक की सांठगांठ और लाखों रूपये की राशि गबन मामले में जब पंचों द्वारा जानकारी चाही गई तब सरपंच के द्वारा देने से मना कर दिया गया। लिहाजा  विवश होकर ग्राम पंचायत परसेल के 15 पंचों द्वारा आरटीआई के तहत आवेदन पत्र प्रस्तुत किया गया। दो माह का समय व्यतीत हो जाने के बाद भी पंचायत द्वारा चाही गई जानकारी नहीं दी जा रही है। 

शिकायत हुई लेकिन कार्यवाही नहीं 

इस संबंध में पूर्व में भी ग्रामीणों द्वारा सीईओ जनपद पंचायत ढीमरखेडा, सीईओ जिला पंचायत और अन्य अधिकारियों को भी शिकायत दी गई  लेकिन अधिकारियों के द्वारा किसी तरह की कोई जांच नहीं की गई। तब परेशान होकर ग्रामीणों के द्वारा कलेक्टर के समक्ष जनसुनवाई में उक्त मामले  की शिकायत की गई जिस पर आज दिनंाक तक किसी तरह की कोई कार्यवाही/जांच नहीं होने के कारण भ्रष्टाचार सरपंच के हौसले बुलंद है। किसी तरह कोई कार्यवाही नहीं होने से ग्रामीण भी काफी प्रताड़ित हो रहे है। 

पत्रकार हूं, मेरा कुछ नहीं होगा 

ग्राम पंचायत परसेल में कुछ समय के अंतराल में ही लाखों रूपये का गबन किया गया है। जिसकी शिकायत ग्रामीणों के द्वारा की गई लेकिन कुछ कार्यवाही नहीं हुई। ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच राजेन्द्र खरे के द्वारा यह भी कहा जाता है कि मैं पत्रकार हूं। कोई भी अधिकारी मेरा कुछ नहीं कर सकता है, यहां-वहां शिकायत करके परेशान मत होयिए।   

16 लाख की राशि का भी कर लिया गबन 

कलेक्टर को सौंपी गई शिकायत में ग्रामीणों ने बताया कि जिला पंचायत सदस्य के द्वारा 16 लाख की राशि 6 माह पूर्व ग्राम पंचायत परसेल को दी गई थी जिसका कार्य प्रारंभ नहीं कराया गया एवं ग्राम पंचायत के खातें से राशि निकालकर गबन कर लिया गया है। आगे ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व सरपंच के द्वारा पंचायत के खातों में प्रभार के समय जो राशियां चार्ज में दी गई थी उनका भी कोई कार्य नहीं कराया गया लेकिन पंचायत के खाते से राशि निकालकर बंदरबांट कर लिया गया है।


संवाददाता:-अज्जू सोनी उमरिया पान कटनी 

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