जल संरक्षण के लिए निटर्रा गांव का अनुकरणीय प्रयास – हनुमान तालाब की सफाई में ग्रामीणों ने किया श्रमदान।
जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत नवांकुर संस्था व समाजसेवियों की भागीदारी, गांववासियों ने बढ़-चढ़कर निभाई जिम्मेदारी।
रीठी,कटनी:
ग्राम निटर्रा में जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत एक प्रेरणादायी पहल के तहत हनुमान तालाब की सफाई का कार्य किया गया। यह अभियान मध्यप्रदेश जनअभियान परिषद, जिला कटनी के विकासखंड रीठी के सेक्टर क्रमांक 4 में कार्यरत नवांकुर संस्था, ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति बरयारपुर तथा ग्राम निटर्रा के जागरूक समाजसेवियों के संयुक्त प्रयासों से सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
कार्यक्रम की अगुवाई परामर्शदाता अरुण तिवारी के मार्गदर्शन में की गई, जिसमें नवांकुर संस्था के सेक्टर प्रभारी मोहम्मद मुस्तकीम खान के साथ समिति के अन्य सदस्य तथा ग्रामीणों ने श्रमदान करते हुए हनुमान तालाब की साफ-सफाई की। इस दौरान उपस्थित लोगों ने जल संरक्षण के महत्व को समझा और दूसरों को भी इसके प्रति जागरूक करने का संकल्प लिया।
तालाब की साफ-सफाई के दौरान लोगों को बताया गया कि वर्तमान समय में जल संकट एक गंभीर चुनौती के रूप में सामने आ रहा है। जल जीवन का आधार है और यदि हमने समय रहते जल स्त्रोतों का संरक्षण नहीं किया, तो भविष्य की पीढ़ियों को इसके गंभीर दुष्परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। जल गंगा संवर्धन अभियान का उद्देश्य न केवल जल स्त्रोतों की सफाई करना है, बल्कि लोगों में जागरूकता लाकर समाज को स्वच्छ और सुरक्षित बनाना भी है।
कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता निभाई और तालाब की सफाई के साथ-साथ आसपास की झाड़ियों और गंदगी को भी हटाया गया। इस स्वैच्छिक श्रमदान में नवांकुर संस्था और ग्रामीणों की सहभागिता ने यह साबित कर दिया कि यदि समुदाय एकजुट होकर काम करे, तो किसी भी चुनौती का समाधान संभव है।
इस अवसर पर उपस्थित प्रमुख व्यक्तियों में परामर्शदाता अरुण तिवारी, नवांकुर संस्था के सेक्टर प्रभारी मोहम्मद मुस्तकीम खान, उमेश चौधरी, बालकिशन चक्रवर्ती, नरेंद्र आदिवासी, रमेश आदिवासी, आशीष कुमार, धनंजय सिंह, रोहित कुमार, गोविंदा, उमेश सच्चू, मुन्ना बिहार, अनुज गर्ग, महेंद्र तिवारी एवं अन्य ग्रामवासी प्रमुख रूप से शामिल रहे।
कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों को जल संरक्षण की शपथ दिलाई गई तथा भविष्य में भी इस तरह के अभियानों में सहभागिता करने का आह्वान किया गया। इस अभियान ने ग्राम निटर्रा को जल संरक्षण के क्षेत्र में एक सकारात्मक दिशा दी है, जिससे अन्य गांवों को भी प्रेरणा लेने की आवश्यकता है।
ग्रामवासियों की यह सामूहिक भागीदारी न केवल पर्यावरण के प्रति जागरूकता को दर्शाती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि छोटे-छोटे प्रयास मिलकर बड़े परिवर्तन ला सकते हैं। हनुमान तालाब की यह सफाई न केवल एक तालाब को स्वच्छ बनाने की प्रक्रिया थी, बल्कि यह ग्रामीणों के जल के प्रति समर्पण और संकल्प का जीवंत उदाहरण भी बन गई।
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